घटना संभल जिले की है जहां बीते शनिवार को देर रात एक दलित महिला का निधन हो गया था। गांव के बढ़ई ने दलित महिला की अर्थी बनाने से मना कर दिया था। इतना ही नहीं गांव के सभी बढ़इयों ने दलित महिला के शव के लिए अर्थी बनाने से इंकार कर दिया था। जिसके बाद से यह मामला गर्मा गया और इस घटना से दलित समाज के लोगों में बढ़इयों के प्रति काफ़ी गुस्सा और आक्रोश फैल गया।
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ग्रामीणों ने इस वारदात की सूचना पुलिस और ग्राम प्रधान को दी। सूचना के मिलते ही पुलिस घटना स्थल पर पहुंची और सभी ग्राम वासियों को समझा बुझाकर मामला शांत कराया। इस घटना की ख़बर मिलते ही गांव के प्रधान सलीम भी घटना स्थल पर पहुंच गए। साथ ही थाना प्रभारी निरीक्षक राकेश कुमार भी पुलिस बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे और गर्मा- गर्मी के माहौल को काबू किया।
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संभल जिले के गांव वासियों और मृत महिला के देवर सुभाष ने मौके पर मौजूद पुलिस को बताया कि दलित महिला का शव काफ़ी समय तक बिना अर्थी के पढ़ा रहा, क्योंकी कोई भी बढ़ई उनके पार्थिव शव के लिए अर्थी बनाने को तैयार नहीं था, वहीं पुलिस ने इस मामले को शांत करने के लिए दूसरे गांव ढकिया से रविवार को बढ़ई को बुलाया। बढ़इयों के काफ़ी आनाकानी करने के बाद पड़ोसी गांव ढकिया के एक बढ़ई को बुलाकर अर्थी तैयार कराई और उसके बाद दलित महिला के मृत शरीर का अंतिम संस्कार किया गया। सूचना के मुताबिक गांव में शांति का माहौल बना हुआ है।
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