झांसी में एक दलित मजदूर ने जबरन मजदूरी से इनकार किया तो दबंगों ने उसे गंजा कर जुलूस निकाला और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू की है।
उत्तर प्रदेश के झांसी जनपद के सीपरी बाजार थाना क्षेत्र से एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक दलित मजदूर ने जबरन मजदूरी करने से इनकार किया तो दबंगों ने उसके साथ बर्बरता की हदें पार कर दीं। पीड़ित 45 वर्षीय मजदूर का आरोप है कि टाकोरी गांव के निवासी विजय, नुकूल, शत्रुघ्न और कालू ने उसे जबरन मजदूरी करने के लिए दबाव बनाया। पीड़ित ने उनके घर काम करने से मना किया तो उन लोगों ने गुस्से में आकर उसकी इज्जत और आत्मसम्मान को तार-तार कर दिया। बुधवार को, वह मजदूरी के लिए पाडरी गांव गया था, जहां दबंग लोग उसे ढूंढते हुए पहुंचे और उसे जबरदस्ती गाड़ी में बिठाकर अपने गांव ले गए। वहां उन लोगों ने उसके साथ क्रूरता की सारी हदें पार कर दीं।
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पेड़ से लटकाकर यातना, फिर गंजा कर निकाला जुलूस
पीड़ित ने बताया कि गांव पहुंचने के बाद दबंगों ने उसके हाथ-पैर बांध दिए और उसे एक पेड़ से उल्टा लटका दिया। इसके बाद उसकी नाक और मुंह में जबरन पानी भर दिया, जिससे वह दम घुटने की स्थिति में आ गया। यह यातना इतनी क्रूर थी कि पीड़ित ने रहम की भीख मांगी, लेकिन उसकी चीखों का दबंगों पर कोई असर नहीं पड़ा। इससे भी जब उनका गुस्सा शांत नहीं हुआ, तो उन्होंने रेजर लेकर पीड़ित को गंजा कर दिया। गांव के लोग, जो इस दौरान वहां मौजूद थे, न केवल तमाशा देखते रहे बल्कि हंसते हुए वीडियो भी बनाते रहे। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें पीड़ित के साथ हो रही इस हैवानियत को साफ देखा जा सकता है।
जुलूस निकालकर किया अपमानित, पुलिस की सुस्ती पर उठे सवाल
गंजा करने के बाद दबंगों ने पीड़ित का जुलूस निकाला, जिससे उसकी इज्जत और आत्मसम्मान पूरी तरह से चकनाचूर हो गया। पीड़ित इस दौरान सभी से रहम की गुहार लगाता रहा, लेकिन ग्रामीण हंसते रहे और वीडियो बनाते रहे। इस अपमान से टूटे पीड़ित ने आखिरकार पुलिस में शिकायत की, लेकिन उसकी शिकायत पर तुरंत कोई कार्रवाई नहीं की गई। पुलिस की लापरवाही और ढिलाई ने पीड़ित को न्याय से दूर कर दिया और दबंगों का साहस और बढ़ गया। गुरुवार रात को भी दबंगों ने पीड़ित को धमकाने और सुलह के लिए दबाव बनाने का प्रयास किया, जिससे पीड़ित परिवार में डर और भय का माहौल व्याप्त है।
पुलिस का बयान और मामले की जांच
झांसी पुलिस ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि पीड़ित की शिकायत पर चार आरोपियों के खिलाफ मारपीट, गाली-गलौज और धमकी देने की धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है। इसके साथ ही, वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए पुलिस ने कहा कि इसमें दिख रहे अत्याचार को भी केस में शामिल किया जाएगा और सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो ने इस मामले को अधिकारियों तक पहुंचाया, जिससे दलित समाज के इस व्यक्ति को न्याय मिलने की उम्मीद जगी है।
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दलित समाज में रोष, प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग
यह घटना दलित समाज के लिए बेहद शर्मनाक और असहनीय है। इस घटना ने एक बार फिर दलितों के साथ होने वाले अन्याय और अत्याचार को उजागर किया है। दलित संगठनों और समाज के लोगों ने प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है, ताकि ऐसी घटनाएं भविष्य में दोबारा न हों। सोशल मीडिया पर भी लोगों ने इस घटना की निंदा की और दोषियों को सख्त सजा देने की मांग की है।
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