चुनावों में फिर गरमाया आरक्षण का मुद्दा, रक्षा मंत्री बोले, “धर्म नहीं गरीबी होना चाहिए आरक्षण का आधार”

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राहुल गांधी लगातार मंच पर बाकायदा संविधान की प्रति हाथ में लेकर ये बात कह रहे हैं कि “इसे (संविधान) खत्म होने से बचाना है” वहीं बीजेपी ने भी आरक्षण और संविधान का मुद्दा लपक लिया और उनकी तरफ़ से लगातार ये कहा जा रहा है कि कांग्रेस ने धर्म के नाम पर आरक्षण दिया है।

 

लोकसभा चुनावों के 7 चरणों में से आज (20 मई) पांचवें चरण का चुनाव हो रहा है। आज का ये चरण कांग्रेस नेता राहुल गाँधी और बीजेपी नेता स्मृति ईरानी और वर्तमान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के लिए अहम है। क्योंकि आज राजनाथ सिंह की सीट लखनऊ लोकसभा, स्मृति ईरानी की सीट अमेठी और रायबरेली पर भी चुनाव हो रहा है जहां से राहुल गांधी चुनाव लड़ रहे हैं। लेकिन 5वें चरण के चुनावों के बीच राजनाथ सिंह द्वारा आरक्षण पर कही गयी एक बात ने ज़ोर पकड़ लिया।

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आरक्षण पर बोले रक्षा मंत्री :

एक इंटरव्यू में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आरक्षण पर बोलते हुए कहा कि भारत में धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं मिल सकता क्योंकि यहां आरक्षण का आधार गरीबी है। वह कहते हैं कि, ” धर्म के नाम पर नहीं, गरीबी के आधार पर आरक्षण होना चाहिए और भारत में इस समय गरीबी के आधार पर ही आरक्षण दिया जा रहा है। इसे खत्म करने का प्रश्न ही नहीं उठता। विपक्ष लगातार ऐसे झूठ फैला रहा है।

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बीजेपी 400 पार यानी संविधान और आरक्षण खत्म :

एक सवाल के जवाब में राजनाथ सिंह कहते हैं कि चुनावों में विपक्ष पूरी तरह पस्त पड़ा है। वह लगातार झूठ फैला रहा है। ऐसे मुद्दों को हवा दे रहा है जो वास्तव में कहीं हैं ही नहीं। चाहे आरक्षण हो, संविधान हो या फिर अग्निवीर…सभी पर विपक्षी झूठ का सहारा ले रहे हैं। रही बात संविधान और आरक्षण की तो खुद कांग्रेस ने सत्ता में रहते हुए 80 से 90 बार संविधान में संशोधन किये हैं । वर्ष 1976 में इंदिरा गांधी ने तो संविधान की आत्मा उसकी प्रस्तावना में ही परिवर्तन कर दिया था।

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धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं :

बता दें कि लगातार चुनावों में संविधान और आरक्षण का मुद्दा गरमाया हुआ है। विपक्ष यानी इंडी गठबंधन की तरफ से लगातार ये बात भरे मंचों से कही जा रही है कि बीजेपी यदि तीसरी बार सत्ता में आई तो भारत का संविधान और आरक्षण दोनों ही खत्म कर दिया जाएगा। राहुल गांधी लगातार मंच पर बाकायदा संविधान की प्रति हाथ में लेकर ये बात कह रहे हैं कि “इसे (संविधान) खत्म होने से बचाना है” वहीं बीजेपी ने भी आरक्षण और संविधान का मुद्दा लपक लिया और उनकी तरफ़ से लगातार ये कहा जा रहा है कि कांग्रेस ने धर्म के नाम पर आरक्षण दिया है।

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बीजेपी कह रही है कि , कांग्रेस जहां भी सत्ता में आएगी वहां एससी- एसटी समुदाय के आरक्षण में सेंधमारी करेगी और धर्म के आधार पर आरक्षण देगी। बीबीसी की एक रिपोर्ट के हवाले से महाराष्ट्र के सातारा में एक रैली में पीएम मोदी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि, “कर्नाटक में सत्ता में आने के बाद कांग्रेस ने एक फ़तवा जारी किया और रातोंरात सभी मुसलमानों को ओबीसी घोषित कर दिया. कांग्रेस ने ओबीसी के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण पर हमला किया है और अब उसका एजेंडा पूरे देश में एक ही फॉर्मूला लागू करना है.”

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और अब इसी बात को आगे बढ़ाते हुए राजनाथ सिंह ने कहा की, ” धर्म के नाम पर नहीं, गरीबी के आधार पर आरक्षण होना चाहिए और भारत में इस समय गरीबी के आधार पर ही आरक्षण दिया जा रहा है। इसे खत्म करने का प्रश्न ही नहीं उठता। विपक्ष कहता है कि हम धर्म के नाम पर आरक्षण देंगे। क्या संविधान इसकी इजाजत देता है। मैं विपक्ष से कहता हूं कि अल्पसंख्यकों से झूठ मत बोलो।

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