रविंद्र सिंह भाटी के समर्थकों पर दलितों पर हमले का आरोप, हनुमान बेनीवाल ने बाड़मेर पुलिस प्रशासन पर उठाये सवाल

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विभिन्न मतदान केंद्रों व मतदान केंद्रों के बाहर किसान पुत्रों और दलितों के साथ मारपीट करने व उन्हे डराने-धमकाने जैसे कृत्य करके जिस तरह मतदान प्रभावित करने का प्रयास किया गया और किया जा रहा है, वो निंदनीय है, बाड़मेर जिले में कानून व्यवस्था वेंटीलेंटर पर है….

Barmer Election : आज 26 अप्रैल को देशभर में लोकसभा चुनावों के लिए दूसरे फेज की वोटिंग हुई है। आज 13 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की 88 सीटों पर मतदान हुआ, जिनमें केरल की सभी 20 सीटों, कर्नाटक की 28 सीटों में से 14 सीटों, राजस्थान की 13 सीटों, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश की आठ-आठ सीटों, मध्य प्रदेश की छह सीटों और असम और बिहार की पांच-पांच सीटों, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल की तीन-तीन सीटों तथा त्रिपुरा-जम्मू कश्मीर की एक-एक सीटों के लिए मतदान किया गया। हालांकि दूसरे फेज में 89 सीटों पर मतदान होना था, मगर मध्य प्रदेश के बैतूल से बसपा प्रत्याशी की मौत के कारण वहां तीसरे चरण में मतदान होना है।

दूसरे चरण की वोटिंग में राजस्थान हर बार की तरह इस बार भी चर्चा में आ गया है। राजस्थान की 13 लोकसभा सीटों पर आज मतदान हुआ। यहां के बाड़मेर जैसलमेर के बालोतरा से स्वतंत्र उम्मीदवार रविंद्र सिंह भाटी के समर्थकों द्वारा दलितों पर हमले की घटना सामने आयी है। आरोप लगाया जा रहा है कि रविंद्र सिंह भाटी के समर्थकों ने किसानों और दलितों पर हमला किया और उनके साथ मारपीट की। इससे संबंधित तमाम वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किये गये हैं। हालांकि कहा यह भी जा रहा है कि जो वीडियो वायरल हो रहा है उसमें रविंद्र सिंह भाटी और हनुमान बेनीवाल के समर्थकों के बीच झड़प हुई थी।

राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने भी मतदान को प्रभावित करने का बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि मतदान केंद्रों के बाहर किसान पुत्रों और दलितों को डरा-धमकाकर वोटिंग प्रक्रिया में बाधा पैदा की गई है। हनुमान बेनिवाल ने प्रशासन को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा, बाड़मेर जिले में कानून- व्यवस्था पूरी तरह वेंटीलेटर पर है। भाजपा शासित राज्य में उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से इस मामले में कार्रवाई करने की अपील की है।

राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के अध्यक्ष हनुमान बेनिवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा है, ‘बाड़मेर-जैसलमेर संसदीय क्षेत्र में अन्य जिलों के असमाजिक तत्वों द्वारा विभिन्न मतदान केंद्रों पर व मतदान केंद्रों के बाहर किसान पुत्रों और दलितों के साथ मारपीट करने व उन्हे डराने-धमकाने जैसे कृत्य करके जिस तरह मतदान प्रभावित करने का प्रयास किया गया और किया जा रहा है, वो निंदनीय है, बाड़मेर जिले में कानून व्यवस्था वेंटीलेंटर पर है।’

हनुमान बेनिवाल ने आगे लिखा है ‘मतदान में अल्प समय बचा है, ऐसे में पुलिस-प्रशासन को तत्काल प्रभाव से मतदान प्रक्रिया में बाधा पहुंचाने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्यवाही करनी चाहिए। मैने बाड़मेर जिले के ऐसे मामलों को लेकर राजस्थान के DGP से दूरभाष पर भी बात की है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को ऐसे मामलों में सुध लेने की जरूरत है।’

हालांकि इससे पहले राजस्थान की बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार रविंद्र सिंह भाटी ने भी प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा है, ‘बायतु विधानसभा के अंदर मेरे एजेंटों को बूथों से बाहर निकाला जा रहा है और वोटिंग मशीन पर मेरे नाम पर पट्टी लगाई जा रही है। यह कैसा लोकतंत्र है? आखिर प्रशासन किसके दबाव में काम कर रहा है।’

अपने पोस्ट में निर्दलीय उम्मीदवार रविंद्र सिंह भाटी ने चुनाव आयोग, राजस्थान पुलिस और बाड़मेर के डीएम को टैग करते हुए उन्होंने अपने समर्थकों से अपील भी की है कि विपक्ष हार की बौखलाहट से बौखलाया हुआ है। आप धैर्य के साथ मैदान में डटे रहें।’

उससे पहले अपने एक्स एकाउंट पर एक पोस्ट डालते हुए रविंद्र सिंह भाटी ने लिखा है, ‘इस बार बाड़मेर जैसलमेर का चुनाव राष्ट्रीय मुद्दों पर नहीं, बल्कि स्थानीय इश्यूज पर लड़ा गया है। हर बार नेता आते हैं, वोट मांगते हैं, जीतकर चले जाते हैं। लेकिन इस बार नेता नहीं बल्कि बेटा चुनावी मैदान में है। आजादी के बाद से इस सीमावर्ती इलाके में विकास का सूरज नहीं उगा है। चुनाव जीते तो पहली कोशिश यही है कि बुनियादी सुविधाओं से महरूम जनता को राहत दी जाए। कांग्रेस भाजपा एक होकर मेरे खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं। ये बाड़मेर की जनता तय करेगी कि मेरे ऊपर आरोप सही हैं या निराधार।’

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