पिटबुल मालिक के सपोर्ट में उतरी पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी

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लखनऊ ब्यूरो: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की राजधानी लखनऊ (Lucknow) में कुछ दिन पहले पिटबुल डॅाग (Pitbull Dog) द्वारा किए गए अटैक से एक जिम ट्रेनर (Jim Trainer) की मां की इलाज के दौरान मौत हो गई थी. जिसके बाद लखनऊ नगर निगम (Lucknow Municipal Corporation) ने पिटबुल डॅाग को अपने कब्जे में ले लिया था और अब पिटबुल के मालिक यानि जिम ट्रेनर उसको दोबारा घर लाना चाहते है. लेकिन लखनऊ नगर निगम ने डॉग को देने से मना कर दिया है. जिसके लिए जिम ट्रेनर अमित त्रिपाठी ने बीजेपी सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी से गुहार लगाई है.

बहेरहाल अब पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने नगर निगम के संयुक्त निदेशक डॉ. ए.के. राव से बात की है और कहा कि अमित त्रिपाठी चाहते है कि पिटबुल उनको दे दिया जाए और वह उसको अपने रिश्तेदार के वहां छोड़ देगें. लेकिन इसके जवाब में नगर निगम ने नियमानुसार कार्रवाही करने का आश्वसन दिया है.

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घटना के बाद भी लोग जागरुक नही

पिटबुल को अपने घर लाने के लिए अब तक लगभग 8 लोगों ने नगर निगम से संपर्क साधा है. इसके अलावा बेंगलुरु की एक निजी संस्था ने उसको गोद लेने की इच्छा जाहिर की है. फिलहाल इस वक्त नगर निगम के 4 डॉक्टरों की एक टीम डॅाग के हाव-भाव पर नजर रख रही है. डॉक्टरों के मुताबिक, अभी वह शांत व्यवहार नही कर रहा है. साथ ही उन्होंने बताया कि डॅाग को नसबंदी केंद्र जरहरा में रखा है. सिर्फ उसको खाने के समय पिंजरे से बाहर निकाला जा रहा है.

वृद्ध महिला पर किया था अटैक

आपको बता दें कि इसी महीने की 12 तारीख को लखनऊ के कैसरबाग के बंगाली टोला में रहने वाली सुशीला त्रिपाठी अपने पालतू डॅाग पिटबुल को खाना देने गई थी. जहां पर उसने उनके ऊपर अटैक कर दिया था. उनके शरीर पर करीब 13 जगह काटा था. काटने के बाद चीख-पुकार होने पर सुशीला का बेटा अमित भागकर कमरे में पहुंचा. तो उसने देखा कि मां को पिटबुल ने बुरी तरह से जख्‍मी कर दिया है. आनन-फानन में अमित ने मां को बलरामपुर अस्पताल पहुचाया. अस्पताल में प्रथम उपचार के बाद उन्हें ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया. जहां पर इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी.

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