मध्य प्रदेश के उज्जैन से एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसे सुनकर आप गदगद हो उठेंगे। मामला उज्जैन जिले के भटेरा गांव का है जहाँ बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के नारों के साथ दलित युवक की बारात निकाली गई। इस दौरान बारात के साथ पुलिस बल भी तैनात था। दलित युवक की बारात (Dalit Youth Baraat) में ये रोमांच गांव के सवर्णों द्वारा दी गई धमकी के बाद बढ़ा। दरअसल, गांव के सवर्णों ने दलित परिवार को गांव में बारात न निकालने की धमकी दी थी। जिसके बाद दलित परिवार ने पुलिस से मदद मांगी और पुलिस ने तत्काल संज्ञान लिया जिसके बाद दलित युवक की बारात ज़ोरो शोरों से बाबा साहेब के नारों के साथ निकाली गई।
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दलित परिवार को सवर्णों की धमकी:
मामला उज्जैन से 70 किलोमीटर दूर स्थित नागदा थाना क्षेत्र के भटेरा गांव का है जहाँ 1 फरवरी को दलित युवक अर्जुन की बारात निकलनी थी। लेकिन बारात के दो दिन पहले ही गांव के तीन सवर्णों ने दलित परिवार की बनोली की रस्म में खलल डाल दिया। साथ ही सवर्णों ने दलित परिवार को गांव में बारात ना निकालने की धमकी भी दे डाली। जिसके बाद दूल्हे के परिजनों ने पुलिस में शिकायत कर शादी को शांतिपूर्ण ढंग से पूरी कराने की गुहार लगाई। इसके बाद पुलिस बल की तैनाती में ना केवल दलित युवक अर्जुन की बारात निकाली गई बल्कि शादी भी शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई।
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जातिसूचक गालियाँ देकर बनौली रोक दी:
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दलित दूल्हे अर्जुन के भाई नरेंद्र सोलंकी ने नागदा पुलिस में घटना की शिकायत की थी। नरेंद्र ने आवेदन में लिखा था कि, “सोमवार रात गांव के सवर्णों, हरि सिंह, गुमान सिंह और राय सिंह ने उनके भाई का बाना बनौली रोक दिया और उन पर जातिसूचक टिप्पणी की। तीनों ने गांव से बारात न निकलने देने की धमकी भी दी।“ मामले पर दूल्हे के पिता रमेश सोलंकी ने कहा कि “हमलोग अनुसूचित जाति वर्ग के हैं, हम चाहतें हैं कि परिवार में शादी की रस्में विधिपूर्वक और शांतिपूर्ण ढंग से पूरी हो जाएं।
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मामले पर पुलिस ने क्या कहा..?
मामले पर नागदा थाने के प्रभारी श्याम चंद्र शर्मा ने बताया की “भटेरा गांव में सोलंकी परिवार के बेटे अर्जुन की शादी थी। परिवार की ओर से दूल्हे के भाई ने नागदा थाना पुलिस को आवेदन दिया था जिसमें लिखा था कि सोमवार (30 जनवरी) की शाम को दूल्हे की बनोली निकाली गई तो गांव के ही सवर्ण समाज के 3 युवकों ने उसको रोक दिया और दलित परिवार पर जातिसूचक टिप्पणी करने लगे।“ पुलिस के मुताबिक तीनों आरोपियों ने दलित परिवार को बारात न निकालने के लिए धमकाया भी था। दलित परिवार ने बारात निकालने के लिए पुलिस सुरक्षा की मांग की। पुलिस अधिकारी ने आगे बताया कि, पुलिस ने मामले पर तत्काल संज्ञान लिया और जांच के बाद तीन युवकों को आरोपी बनाया गया है। वहीं बारात सुरक्षित तरीके से निकाली गई और शादी भी शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गई। फिलहाल गांव में भी तनाव जैसी कोई स्थिती नहीं
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