खेत में काम कर रहे आसपास के लोगों ने पीड़ित को आरोपियों के चंगुल से छुड़ाया और किसी तरह से घर पहुंचा और मामले की जानकारी रमाला थाने में की….
Bagpat news : उत्तरप्रदेश में गांव के दबंगों ने दलित युवक को घर से बुलाया और जबरन खेत में ले जाकर उसकी पिटाई कर दी। आसपास के लोगों ने किसी तरह दलित युवक को दबंगों के चंगुल से बचाया। इस मामले की जानकारी पुलिस को दी गई लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। दबंगों की हिम्मत इतनी बढ़ गई कि उन्होंने पीड़ित दलित युवक की दुकान खुलने नहीं दी और इस बात से आहत पीड़ित ने अपनी दुकान और मकान पर लिख दिया कि “ये बिकाऊ है” आखिर क्या है पूरा मामला जानिए।
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जबरन खेत में ले जाकर पीटा
मामला उत्तरप्रदेश के कासिमपुर खेड़ी गांव का है। जानकारी के मुताबिक पीड़ित का नाम विवेक है और वह कासिमपुर खेड़ी गांव का रहने वाला है। पीड़ित ने अपने बयान में बताया कि वह गांव में साधन सहकारी समिति के पास खड़ा था। इस दौरान गांव के ही दो युवक बाइक पर आए और उसे जबरन बाइक पर बैठाकर खेत में ले गए और बंधक बनाकर उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी। खेत में काम कर रहे आसपास के लोगों ने पीड़ित को आरोपियों के चंगुल से छुड़ाया और किसी तरह से घर पहुंचा और मामले की जानकारी रमाला थाने में की।
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पुलिस ने कार्रवाई नहीं की
पुलिस ने पीड़ित की मेडिकल करवाया लेकिन पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। सोमवार को पीड़ित रमाला थाने में पहुंचा और कार्रवाई की मांग की, लेकिन थाने में पीड़ित की दरोगा ने एक भी नहीं सुनी और पीड़ित ने अपने बयान में यह भी बताया कि पुलिस केवल बात सुनकर समझौता करा देती है, लेकिन इस मामले में कोई सख्त कार्रवाई नहीं करती है। दूसरी तरफ आरोपी पक्ष ने पीड़ित का घर से निकलना मुश्किल कर दिया। यहां तक आरोपी पीड़ित की दुकान भी खुलने नहीं दे रहे हैं। इस बात से आहत होकर पीड़ित ने अपनी दुकान और मकान दोनों पर ये बिकाऊ है लिख दिया है।
थानाध्यक्ष का बयान
रमाला थानाध्यक्ष शिवदत्त ने बताया कि पीड़ित विवेक कासिमपुर खेड़ी निवासी की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। मकान और दुकान बिकाऊ है लिखे जाने की उन्हें जानकारी नहीं है। मकान और दुकान बिकाऊ के लिखे जाने के बारे में पता लगते ही पुलिसकर्मियों को भेजकर उन्हें (आरोपियों) पिटवा दिया गाया।
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