उत्तरप्रदेश के अलीगढ़ में जातिवादियों ने गांव के दलित प्रधान को उसकी पत्नी का अंतिम संस्कार करने से रोका

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उत्तरप्रदेश से इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। दरअसल यहां पर गुंडों ने प्रधान को उसकी पत्नी का अंतिम संस्कार करने से रोक दिया। पीड़ित ने आरोप लगाया है कि 50 से 60 गुंडें उसके घर आए और उसकी पत्नी के शव को बाहर निकालने से पहले ही हंगामा शुरु कर दिया। जानते हैं पूरा मामला।

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अंतिम संस्कार से मना किया :

दरअसल यह मामला अलीगढ़ के टप्पल थाना क्षेत्र के गांव सालपुर का है। यहां पर गुंडों ने मौजूदा प्रधान की पत्नी के शव का यह कहकर अंतिम संस्कार करने से दिया कि तुम वाल्मीकि समाज से हो और गांव के अंदर अंतिम संस्कार नहीं कर सकते। पीड़ित (प्रधान) ने आरोप लगाया कि 50 से 60 गुंडें उसके घर आ गए और उसकी पत्नी के शव को बाहर निकालने से पहले ही हंगामा शुरु कर दिया।

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गुंडों ने हंगामा किया :

जानकारी के मुताबिक गांव के प्रधान का नाम कालीचरण है और वह राघवगढ़ी सालपुर का रहने वाला है। अपने बयान में पीड़ित ने बताया कि बीती रात उसकी पत्नी को दिल का दौरा पड़ा और उसकी मौत हो गई थीं। अगली सुबह जब वह अपनी पत्नी के अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे थे और घर से शव लेकर निकलने ही वाले थे कि तभी वहां पर गुंडें आ गए और हंगामा शुरु कर दिया। आरोपी कहने लगे कि तुम छोटी जाति के हो इसलिए गांव के अंदर अंतिम संस्कार नहीं कर सकते। अगर अंतिम संस्कार करना है तो अपने खेत में या गांव के बाहर करो।

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पुलिस की निगरानी में अंतिम संस्कार, इमेज क्रेडिट दैनिक भास्कर

पीड़ित का बयान :

अपने बयान में कालीचरण ने बताया कि वह गांव के प्रधान हैं और गांव में शमशान नहीं था तो उन्होंने अंतिम संस्कार के लिए 40 बीघा भूमि शमशान के लिए दर्ज कराया था ताकि गांव के लोगों को बाहर न जाना पड़े और वह अंतिम संस्कार कर सकें। वह अपनी पत्नी के अंतिम संस्कार के लिए इसी शमशान में जाने वाले थे लेकिन गांव के गुंडों ने इसका विरोध करना शुरु कर दिया। इस घटना के जानकारी गांव के प्रधान ने प्रशासन को दी। जानकारी मिलते ही मौके पर एसडीएम और थाने की पुलिस फोर्स पहुंच गई। फिर पुलिस फोर्स की निगरानी में गांव के प्रधान ने अपनी पत्नी का अंतिम संस्कार किया। लेकिन यह मामला पूरे जिले में चर्चा का विषय बन गया। इसके बाद गांव में पुलिस फोर्स की टीम भी तैनात की गई ताकि गांव में शांति बनी रहे।

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इंस्पेक्टर  का बयान :

इंस्पेक्टर टप्पल पंकज मिश्रा ने बताया कि पुलिस फोर्स की मौजूदगी में अंतिम संस्कार कराया गया है। अभी कोई तहरीर नहीं मिली है तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा और कानूनी कार्रवाई होगी।शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए इलाके में फोर्स तैनात कर दी गई है जिससे माहौल खराब न हो।

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