उत्तरप्रदेश के इटावा की एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। वीडियो में एक हत्यारोपित को समर्थन में शक्ति प्रदर्शन किया जा रहा है। दरअसल मामला दस महीने पहले का है जब इटावा में एक दलित युवक की हत्या कर उज्ज्वल प्रताप सिंह नाम के आरोपी को हत्या के मामले में जेल भेजा गया था। मंगलवार को आरोपी को जमानत मिल गई जिसके बाद उसके समर्थन में शक्ति प्रदर्शन किया गया। आरोपी के करीबियों ने भीड़ इक्कठा करके नियम और कानून की कैसी धज्जियाँ उड़ाई यह वायरल वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है।
यह भी पढ़े : MP: बीजेपी के अधूरे वादों के तलें दबा बहुजन समाज
क्या था मामला :
मामला 10 महिने पहले का है जब कुंडेश्वर के रहने वाले एख दलित युवक कृष्ण कुमार जाटव की हत्या कर उसके शव को रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया गया था। इस मामले में पुलिस ने कुंडेश्वर के रहने वाले सवर्ण युवक उज्ज्वल प्रताप सिंह उर्फ गोल्डी को गिरफ्तार किया गया था। बीते मंगलवार उज्ज्वल को जेल से जमानत पर रिहा किया गया जिसके बाद उसके करीबियों ने भीड़ जुटाकर कानून का मखौल बना डाला। कई गाड़ियों के साथ काफिला निकला।
यह भी पढ़े : मीडिया वाला क्यों आया ठेले पर? जानिए इस रिपोर्ट में
10 गाड़ियों का काफिला हूटर बजाते हुए उज्जवल को अंबेडकर तिराहे से कुंडेश्वर तक ले गया। इतना ही नहीं कई गाड़ियों की सन रूफ खोल कर खड़े लोगों ने वीडियो भी बनाई। जो अब सोशल मीडिया पर वायरल है।
इटावा में जेल से छूटे हत्यारोपित के साथ निकला काफिला। पुलिस ने
10 गाड़ियों पर किया एक लाख का जुर्माना। पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई की तैयारी।@etawahpolice @igrangekanpur pic.twitter.com/sM758VN1Vz— kanpur hindustan (@KanpurHindustan) March 21, 2023
पुलिस ने लिया संज्ञान :
वीडियो वायरल होने को बाद मामले पर पुलिस ने संज्ञान लेते हुए 10 लग्जरी गाड़ियों पर एक लाख जुर्माना ठोका है। वहीं पुलिस वालों के खिलाफ भी बड़ी कार्रवाई की तैयारी हो रही है। जानाकरी के मुताबिक गाड़ियों के काफिले के साथ उज्जवल को ले जाया गया माला पहनाकर उसका स्वागत भी किया गया।
यह भी पढ़े : दलितों को गुलाम बनाना चाहती हैं राजनीतिक पार्टियां ?
मामले पर एसएसपी संजय वर्मा ने बताया कि “ऐसी 10 गाड़ियों को चिन्हित कर लगभग एक लाख का जुर्माना लगाया गया है। काफिला निकलने के दौरान कुछ स्थानों पर पुलिस कर्मियों की पिकेट ड्यूटी थी । तैनात रहने के बाद भी कार्रवाई न करने पर उनके खिलाफ जांच कराई जा रही है।“
*दलित टाइम्स उन करोड़ो लोगो की आवाज़ है जिन्हें हाशिए पर रखा गया है। *
महिला, दलित और आदिवासियों के मुद्दों पर केंद्रित पत्रकारिता करने और मुख्यधारा की मीडिया में इनका प्रतिनिधित्व करने के लिए हमें आर्थिक सहयोग करें।