क्या दलित सम्मेलन की बात करने वालों को दलित बेटी की चीखें सुनाई नहीं देती ? चंद्रशेखर आजाद

Share News:

भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने शुक्रवार 5 जनवरी को बागपत की दलित पीड़िता से मुजफ्फरनगर के अस्पताल में मुलाकात की। उन्होंने दलित पीड़ित और पीड़ित परिवार से मुलाकात कर हर संभव मदद का उन्हें आश्वासन दिया। बता दें कि घटना 31 दिसंबर 2023 की है। जहाँ उत्तर प्रदेश के बागपत में कोल्हू पर काम कर रही एक दलित महिला के साथ कुछ लोगों ने छेड़छाड़ करने की कोशिश की।

यह भी पढ़े : विवेक बिंद्रा और लल्लनटॉप का जातिवादी चेहरा उजागर, लोगों ने लगाई क्लास

जब महिला ने इसका विरोध किया तो तीनों अभियुक्तों ने दलित महिला को खोलती कढ़ाई में फेंक दिया। बहरहाल पीड़ित युवती मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज बेगराजपुर में भर्ती है। जानकारी है पीड़िता 60 फीसदी तक जल चुकी है।

यह भी पढ़े : सार्वजनिक नल से पानी भरने के विवाद पर दलित युवक के साथ मारपीट, अस्पताल में हुई मौत

लापरवाही बरत रही पुलिस, अधिकारी हो गए भ्रष्ट : चंद्रशेखर आजाद 

पीड़िता से मिलने पहुंचे चंद्रशेखर आजाद ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि पीड़िता 60 फीसदी तक जल चुकी हैं। वहीं उन्होंने आगे कहा कि जब पीड़ित दलित युवती का भाई रिपोर्ट दर्ज करवाने पहुंचा तो पुलिस वालों ने उसके साथ मारपीट की।

https://x.com/Anil_Aazad_/status/1743205564631433584?s=20

आजाद ने सरकार और पुलिस प्रशासन को भी सवालों के घेरे में रखा। उन्होंने कहा मामले पर पुलिस लापरवाही बरत रही है। अधिकारी भ्रष्ट हो गए हैं। पीड़ित इंसाफ के लिए लड़ रही है।  रिपोर्ट लिखने के बाद पीड़िता के भाई से मारपीट की। आज़ाद ने ये भी कहा कि SHO को सस्पेंड कर उनके खिलाफ केस लिखा जाये।

यह भी पढ़े : अपने जन्मदिन पर विपक्षियों को मायावती देनी वाली है बड़ा झटका

उन्हें इस दलित बेटी की चीखें सुनाई नहीं देती ?

इस दौरान चंद्रशेखर आजाद यूपी सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि दलित सम्मेलन करवाने वाली सरकार को क्या इस दलित बेटी के आंसू दिखाई नहीं देते ? इसकी चीखें सुनाई नहीं देती ? उन्होंने आगे कहा कि ‘ये यूपी है यहां दावे बहुत है लेकिन सच्चाई सबके सामने है।’ मुख्यमंत्री जी दलित सम्मेलन करवाते है, दलितों के हितों की बात करते हैं, उनके साथ भोजन करते हैं लेकिन उन्हें इस दलित बेटी की चीखें सुनाई नहीं दी। इससे लगता है कि वो दलितों की बात सिर्फ वोट की राजनीति करने के लिए करते हैं।

यह भी पढ़े : किस तरह से जातीय समीकरण साध रही है बीजेपी…पढ़िए

परिवार डर में है :

आज़ाद ने आगे कहा मैं उस बेटी की हिम्मत की दाद देता हूँ कि उसने इस अपमान के खिलाफ लड़ाई लड़ी। कोई और होता तो वो शायद कमजोर पड़ जाता लेकिन उसने तीन-तीन दरिंदों के सामने लड़ाई लड़ी। अपने आत्मसम्मान की लड़ाई लड़ी, खुद को बचाने का प्रयास किया लेकिन वो दरिंदो के बाहुबल के सामने हार गयी। वो बाहुदर बेटी है और सम्मान के लिए लड़ रही है।

यह भी पढ़े : भीमा कोरोगांव शौर्यदिवस : “जातीय अपमान के खिलफ़ 500 महार सैनिकों के अद्मय साहस की कहानी..

पूरा परिवार डर में क्योंकि पीड़िता का भाई जब रिपोर्ट लिखा कर आ रहा था तब उसके साथ भी मारपीट की गयी। ये सब भाजपा की सरकार में हो रहा है। जहाँ बहन-बेटी सुरक्षित नहीं है। सरकार और प्रशासन चुप्पी साधे हुए हैं, चारों तरफ सन्नाटा पसरा है। कानून व्यवस्था की डींगे हांकने वाली सरकार को जवाब देना चाहिए..।

यह भी पढ़े : Congress’s Clamation of OBC Politics

पुलिस ने क्या कहा :

मामले पर बागपत पुलिस का कहना है कि घटना के तीनों अभियुक्तों को धारा 354/504/307 भादवि व 3 (2) (V) एससी एसटी एक्ट में वांछित गिरफ्तार किया गया है एवं अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है । बता दें कि तीनों अभियुक्त 1-प्रमोद पुत्र रामफल निवासी ग्राम धनौरा सिल्वर नगर थाना बिनौली जनपद बागपत। 

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

error: Content is protected !!