मध्य प्रदेश में जमीनी विवाद को लेकर दलित जाटव और लोधी परिवारों के बीच झगड़ा हुआ। विवाद में महिलाओं समेत दोनों पक्षों ने लाठी-डंडों का इस्तेमाल किया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। पुलिस ने दोनों पक्षों के 11 लोगों पर शांति भंग और मारपीट का केस दर्ज कर जांच शुरू की है। पुलिस का कहना है कि यह केवल जमीनी विवाद है, जबकि जाटव परिवार इसे दबंगों की साजिश बता रहा है।
MP News: शिवपुरी जिले के भौंती थाना क्षेत्र के दुलही गांव में जमीनी विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। शुक्रवार को लोधी और जाटव परिवारों के बीच पहले वाद-विवाद हुआ, जो देखते ही देखते मारपीट में बदल गया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें दोनों पक्ष एक-दूसरे पर लाठियां बरसाते नजर आ रहे हैं। चौंकाने वाली बात यह रही कि इस संघर्ष में महिलाओं ने भी सक्रिय भूमिका निभाई। वे भी लाठी लेकर एक-दूसरे पर हमला करती और दौड़ाकर मारती दिखाई दीं।
पुराना विवाद, नई हिंसा
दोनों परिवारों के बीच विवाद घर के सामने की जमीन के एक छोटे टुकड़े को लेकर है। दलित जाटव परिवार का आरोप है कि लोधी परिवार उनकी जमीन पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है। जाटव परिवार का कहना है कि वे कई पीढ़ियों से इस जमीन पर रह रहे हैं, लेकिन लोधी परिवार उनकी शांति भंग कर आए दिन झगड़े करता है। शुक्रवार को यह झगड़ा चारा रखने की बात को लेकर शुरू हुआ, जो गाली-गलौज से लाठी-डंडों तक पहुंच गया।
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दबंगों का दमन या सामान्य झगड़ा? पुलिस का पक्ष
घटना के बाद भौंती थाना प्रभारी ने बताया कि यह मामला दो परिवारों के बीच जमीन के एक छोटे टुकड़े पर मालिकाना हक को लेकर है। पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ शांति भंग और मारपीट के तहत मामला दर्ज किया है। जाटव परिवार के पांच और लोधी परिवार के छह लोगों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई है। हालांकि, पुलिस का कहना है कि यह मामला सिर्फ जमीनी विवाद का है और इसमें “दलित बनाम दबंग” जैसा कोई एंगल नहीं है।
बार-बार उभरते ऐसे मामले
शिवपुरी जिले में यह पहली घटना नहीं है। कुछ ही दिनों पहले जिले में एक दलित युवक की दबंग सरपंच द्वारा पीट-पीटकर हत्या का मामला सामने आया था। इस घटना ने इलाके में गहरा आक्रोश पैदा किया था। ऐसे में दुलही गांव का यह नया मामला दलित समुदाय के लिए डर और असुरक्षा की भावना को और गहरा कर सकता है।
इलाके में तनाव, घायल अस्पताल में भर्ती
इस संघर्ष में दोनों पक्षों के कई लोग घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गांव में तनाव का माहौल है, और पुलिस स्थिति पर नजर बनाए हुए है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह विवाद जल्द सुलझना चाहिए, अन्यथा यह बड़ा रूप ले सकता है।
समाधान की जरूरत
शिवपुरी में बार-बार उभरते इन विवादों ने सवाल खड़ा कर दिया है कि ऐसी घटनाओं को रोका कैसे जाए। प्रशासन और पुलिस की जिम्मेदारी है कि वे न केवल निष्पक्ष जांच करें, बल्कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस कदम उठाएं।
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