मध्यप्रदेश में एक दलित युवती के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है। एक तरफ जहां प्रशासन इस घटना पर चुप्पी साधे हुए मामले को दबाने की कोशिश कर रहा है। वहीं दूसरी तरफ महिला कांग्रेस गुरुवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय में प्रदर्शन करेगी।
Dalit Rape News: मध्यप्रदेश के सागर जिले में एक दलित युवती के साथ हुई दर्दनाक घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, युवती को कुछ आरोपियों ने बहला-फुसलाकर आदिवासी बॉयज हॉस्टल में ले जाकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। दरिंदों ने एक-एक करके उसे अपनी हवस का शिकार बनाया, जिससे इस घटना की भयावहता और गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
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केवल दो ही आरोपियों को गिरफ्तार किया है
घटना रविवार की बताई जा रही है, और मामले की जांच अभी भी जारी है। अब तक पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, लेकिन अधिकारियों द्वारा मामले पर कोई ठोस प्रतिक्रिया देने से बचा जा रहा है। यह घटना न केवल कानूनी प्रणाली की सक्रियता पर सवाल खड़े करती है, बल्कि दलित और महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों पर भी गहरी चिंता जताती है। मामले की त्वरित और निष्पक्ष जांच आवश्यक है, ताकि पीड़िता को न्याय मिल सके और दोषियों को सख्त सजा दी जा सके।
प्रशासन पर इसे दबाने का गंभीर आरोप
मध्यप्रदेश के सागर जिले में दलित युवती के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म के मामले में प्रशासन पर इसे दबाने के गंभीर आरोप लग रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस और अन्य अधिकारी इस घटना को लेकर चुप्पी साधे हुए हैं और मीडिया या पीड़िता के परिजनों के सामने कोई बयान नहीं दे रहे हैं। प्रशासन की यह चुप्पी संदेह पैदा करती है कि वे इस घटना को दबाने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि इस मामले को सार्वजनिक आक्रोश से बचाया जा सके।
गुरुवार को महिला कांग्रेस करेगी प्रदर्शन
इस घटना पर प्रशासन की निष्क्रियता और चुप्पी के खिलाफ अब महिला कांग्रेस ने मोर्चा संभालने का फैसला किया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, गुरुवार को महिला कांग्रेस अध्यक्ष विभा पटेल की अगुवाई में पार्टी की महिलाएं कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन करने जा रही हैं। इस प्रदर्शन का उद्देश्य प्रशासन पर दबाव बनाना और इस मामले की निष्पक्ष एवं त्वरित जांच की मांग करना है, ताकि पीड़िता को न्याय मिल सके और दोषियों को सख्त सजा दी जा सके।
महिला कांग्रेस ने इस घटना को न केवल एक व्यक्तिगत मामला माना है, बल्कि इसे समाज में व्याप्त जातिगत और लैंगिक हिंसा की व्यापक समस्या के प्रतीक के रूप में देखा है। विभा पटेल और उनकी टीम ने स्पष्ट किया है कि प्रशासन और पुलिस की धीमी प्रतिक्रिया और इस घटना को दबाने के आरोपों के खिलाफ वे चुप नहीं बैठेंगी। महिला कांग्रेस इस मुद्दे पर जोरदार आवाज उठाने के लिए तैयार है, ताकि दलित युवती को न्याय मिल सके और प्रशासन अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए मजबूर हो।
महिलाएं कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने इकट्ठा होंगी
प्रदर्शन के दौरान महिलाएं कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने इकट्ठा होंगी और न्याय एवं निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर नारेबाजी करेंगी। वे कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपेंगी, जिसमें प्रशासन द्वारा अब तक की गई कार्रवाई की समीक्षा की मांग की जाएगी और यह सुनिश्चित करने के लिए दबाव बनाया जाएगा कि दोषियों को कड़ी सजा मिले। महिला कांग्रेस का यह कदम समाज में हो रहे अन्याय के खिलाफ एक सशक्त आवाज के रूप में देखा जा रहा है।
यह घटना न केवल एक दलित युवती के खिलाफ अत्याचार की कहानी है, बल्कि यह भी दिखाती है कि समाज में जातिगत और लैंगिक हिंसा कितनी गहराई से जड़ें जमा चुकी है। न्याय की मांग को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शनों से उम्मीद की जा रही है कि इस मामले में प्रशासन निष्पक्षता से काम करेगा और पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए ठोस कदम उठाएगा।
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