राजस्थान के अलवर में ‘पानी की बाल्टी छूने’ पर दलित लड़के के साथ मारपीट

Share News:

राजस्थान का जालौर मटकी कांड तो आपको याद ही होगा। जहां स्कूल में पानी की मटकी को सिर्फ छूने की वजह से एक उच्च जाति के टीचर ने अपने 9 वर्षिय दलित छात्र इंद्र मेघवाल को इस कदर बेरहमी से पीटा था कि उसकी इलाज के दौरान मौत हो गयी थी। ऐसा ही एक मामला अब राजस्थान के अलवर से सामने आया है जहां 8 साल के दलित छात्र द्वारा स्कूल में पानी की बाल्टी छूने पर एक ऊंची जाति के व्यक्ति ने उसे बेरहमी से पीटा। हालात ये हैं कि अब बच्चा स्कूल तक जाने में जर रहा है।

 

क्या थी घटना :

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, घटना शनिवार करीब सुबह साढ़े 9 बजे की है। जब अलवर के एक सरकारी स्कूल में कक्षा 4 का दलित छात्र पानी पीने के लिए अपने स्कूल में लगे हैंडपंप के पास गया। हैंडपंप से पानी पीने के लिए जब उसने रास्ते में रखी बाल्टी को हटाने के लिए उसे छुआ तो वहाँ मौजूद एक उच्च जाति के आदमी ने बच्चे को पीटना शुरू कर दिया। इस पूरे मामले में पीड़ित परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। लेकिन इस घटना की चोट बच्चे के मन पर इस तरह घर कर गई है कि अब वह स्कूल तक जाने में डर रहा है।

 

आरोपी ने परिवार को भी धमकाया :

द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक पीड़ित परिवार ने उन्हें बताया कि, स्कूल की सीमा के अंदर एक हैंडपंप है जहां से गांव के अन्य लोग भी पानी भरते हैं। मेरे बेटे ने बाल्टी को एक तरफ हटाने और हैंडपंप से पानी पीने के लिए बस उसे छुआ। वह आदमी उच्च जाति समुदाय से था और उसने मेरे बेटे को बेरहमी से पीटा। उसकी चीख सुनकर मेरे रिश्तेदारजो स्कूल के पास से गुजर रहे थेमौके पर पहुंचे और उन्होंने मेरे बेटे को रोते हुए देखा। मुझे घटना के बारे में सूचित किया गया और हम अपराधी के घर गए। जहां  उस व्यक्ति ने माफी मांगने से इनकार कर दिया और  उनके और उनके परिवार के खिलाफ जातिसूचक अपशब्दों का इस्तेमाल किया। उस व्यक्ति ने कथित तौर पर उनसे यह भी कहा कि वे (दलित परिवार इस घटना के बारे में कुछ नहीं कर पाएंगे।

 

अब दलित बच्चा स्कूल नहीं जाएगा :

दलित बच्चे के पिता ने आगे बताया कि, मेरा बेटा वापस स्कूल जाने से डरता है। उसने मुझसे यह शिकायत वापस लेने के लिए भी कहा है और वह स्कूल वापस जाने के लिए तैयार नहीं है क्योंकि उसे डर है कि वह आदमी उसे फिर से मारेगा। मैं बस यही चाहता हूं कि हमें न्याय मिले और दोषी को सजा मिले

 

पुलिस ने क्या कहा :

सर्किल इंस्पेक्टर सवाई सिंह ने कहा कि मामले में एससी/एसटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है पुलिस घटना की जांच कर रही है। वह आगे कहते हैं कि,हमने आरोपियों से पूछताछ की है। यदि वह दोषी पाए गए तो प्रक्रिया अपनाई जाएगी। हमने पीड़ित परिवार को इसका आश्वासन दिया है कि लड़का स्कूल वापस  जाने के लिए सुरक्षित है और उसे अब कोई परेशानी नहीं होगी।

*दलित टाइम्स उन करोड़ो लोगो की आवाज़ है जिन्हें हाशिए पर रखा गया है। *

महिला, दलित और आदिवासियों के मुद्दों पर केंद्रित पत्रकारिता करने और मुख्यधारा की मीडिया में इनका प्रतिनिधित्व करने के लिए हमें आर्थिक सहयोग करें।

  Donate

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *