मुख्यमंत्री योगी जी अगर चुनाव प्रचार से समय मिले तो दलितों की दयनीय दशा पर और यूपी की कानून व्यवस्था पर ध्यान दे दीजिए, 29 अप्रैल को जातिवादी मानसिकता से ग्रस्त गुंडों द्वारा दलित युवक शिवकुमार को लाठी-डंडों और सरिया से बेरहमी से पीटा और जातिसूचक गालियां दी, उपचार के दौरान शिवकुमार की मृत्यु हो गई…
Mathura Dalit youth murder news : जातिवादियों द्वारा दलितो-पिछड़ों-आदिवासियों के उत्पीड़न की घटनायें कम होने के बजाय दिनोंदिन बढ़ती जा रही हैं। कई घटनाओं में पीड़ित अपनी जान से भी हाथ धो बैठते हैं, तो सोशल मीडिया पर वायरल कई घटनाओं को वीडियो इंसानियत को भी शर्मसार करते नजर आते हैं। कहीं दलित जाति के लोगों को मंदिर में घुसने नहीं दिया जाता तो कहीं पानी छू लेने या फिर बाबा साहेब की मूर्ति लगाने पर हुए विवाद में मौत के घाट उतार दिया जाता है। कई घटनाओं में तो जातिवादी दलित-आदिवासियों को पेशाब तक पीने को बाध्य कर देते हैं।
अब हाल में एक घटना मथुरा से सामने आयी है, जिसमें दलित जाति से ताल्लुक रखने वाले युवा की पीट-पीटकर हत्या किये जाने का आरोप लगाया गया है। मीडिया में आयी खबरों के मुताबिक मथुरा के थाना सुरीर क्षेत्र में एक दलित युवक की पीट-पीटकर हत्या जातिवादियों ने हत्या कर दी थी। इस मामले में आरोप है कि दलित युवक ने पहले अर्धनग्न होकर हाथ में कुल्हाड़ी ली और फिर गांव की गलियों में गाली देते हुए घूमने लगा। हालांकि पीड़ित वर्ग का कहना है कि बुरी तरह प्रताड़ित करने के बाद दलित युवा ने हाथ में कुल्हाड़ी लेकर ऐसी हरकत की। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। युवक के गाली गलौज देने के बाद गांव के क्षत्रिय समाज के लोगों ने उसे बुरी तरह पीट दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
इस मामले में भीम आर्मी चीफ और आजाद समाज पार्टी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट X से एक पोस्ट करते हुए लिखा है, ‘मुख्यमंत्री योगी जी अगर चुनाव प्रचार से समय मिले तो दलितों की दयनीय दशा पर और यूपी की कानून व्यवस्था पर ध्यान दे दीजिए। 29 अप्रैल को जातिवादी मानसिकता से ग्रस्त गुंडों द्वारा दलित युवक शिवकुमार को लाठी-डंडों और सरिया से बेरहमी से पीटा और जातिसूचक गालियां दी, उपचार के दौरान शिवकुमार की मृत्यु हो गई। बेहद दुखद और दंडनीय। मैं योगी सरकार से माँग करता हूं कि हमलावरों को शीघ्र गिरफ्तार कर सख़्त से सख़्त कार्यवाही करें व मृतक के परिजन को 50 लाख की आथिक मदद और एक सरकारी नौकरी दी जाये।’
मथुरा पुलिस ने इस मामले में चंद्रशेखर आजाद की पोस्ट पर जवाब दिया है कि इस सम्बन्ध में थाना सुरीर पर अभियोग पंजीकृत है, आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है।’
चंद्रशेखर आजाद की इस पोस्ट पर लोगों ने तरह तरह की टिप्पणियां की हैं। सुनील शुक्ला लिखते हैं, ‘शिवकुमार को अवश्य न्याय मिलना चाहिए, उसमें कोई दो राय नहीं है। सरकार को उचित कदम उठाते हुए शिवकुमार के परिवार को आर्थिक सहायता अवश्य करनी चाहिए। सवर्ण समाज इसके लिए शिव कुमार के परिवार के साथ है, लेकिन आये दिन जिस प्रकार से हमारे देवी देवता के लिए जिस प्रकार से अभद्र बातें होती हैं वह बंद होनी चाहिए। चलिए मिलकर एक नये भारत का निर्माण किया जाए, जहां लोग मानवता के साथ सबका सम्मान करते हुए जियें।’
हरी सिंह यादव ने लिखा है, ‘बहुत ही दुखद एवं असहनीय घटना है, आजादी को मिले 75 साल से ज्यादा हो चुके हैं आखिर दलितों पिछड़ों को आजादी कब मिलेगी, इस भाई को न्याय कब मिलेगा?’
मुन्नीलाल राजभर ने लिखा है, ‘बहुत दुखद है। अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
दलित समाज इस तरह की क्रिया का जबतक प्रतिक्रिया नहीं करेगा तब तक ऐसी घटनाएं रुकने वाली नहीं हैं। जब से मैंने होश संभाला तब से देख रहा हूं दलित उत्पीड़न रुकने का नाम नहीं लेता चाहे सरकार किसी की हो।’
अविनाश कुमार कहते हैं, बस भाई यही दिक्कत है, कोई कहता है कि दलित के साथ अन्याय हो रहा है, कोई कहता है ब्राह्मण के साथ अन्याय हो रहा है, कोई कहता है पिछड़ों के साथ अन्याय हो रहा है, अरे भाई गलत किसी के साथ भी हुआ हो सबके लिए आवाज उठाओ तब आपके साथ भी न्याय होगा।’
Patriotism First नाम के एक्स हैंडल से टिप्पणी की गयी है ‘यदि सच है तो अत्यंत दुखद घटना है। फिर भी ऐसा नहीं लग रहा कि वो किसी कमजोर वर्ग से था या सिर्फ जाति की वजह से मारा गया। लिहाजा आप भी थोड़ा अपना ऊंचा करें और जनहित में जातिवाद के जहर को देश से खतम करने का प्रयास करें। देश में कमजोर वर्ग ही जाति है और कमजोर वर्ग में कौन है।’
धर्मेंद्र राघव ने लिखा है, ‘वास्तव में दुखद घटना है, लेकिन प्रतिक्रिया से पहले की वीडियो है। किस तरह से धारदार हथियार लेकर गांव के पूरे समाज का निशाना बनाकर गाली गलौज कर रहा है। नुकसान दोनों समाज को भुगतना पड़ता है।’
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