जबलपुर में आरक्षण की मांग को लेकर OBC महासभा आंदोलन में पुलिस ने बरसाई लाठिया , भीमआर्मी चीफ चंद्रशेखर आज़ाद ने कहा, सरकार ने तानाशाही का परिचय दिया है

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ओबीसी महासभा के बैनर तले 51 प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर हो रहे आंदोलन में पुलिस ने जमकर लाठियां बरसाई और धरना स्थल से कलेक्टर कार्यालय जाने को अड़े प्रदर्शकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया. तकरीबन चार दर्जन प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया था, जिसको लेकर भीम आर्मी चीफ चंद्र शेखर आज़ाद ने ट्वीट करते हुए कहा कि आज मध्य प्रदेश के जबलपुर में ‘OBC अधिकार आंदोलन’ का नेतृत्व कर रहे भीम आर्मी एवं ओबीसी महासभा के साथियों पर लाठीचार्ज व उनको गिरफ्तार कराके, सरकार ने तानाशाही का परिचय दिया है। @ChouhanShivraj सत्ता का घमण्ड टूट जाएगा। 2023 में बहुजन समाज भाजपा की बिदाई के लिए तैयार है।

गौरतलब हैं कि ओबीसी आरक्षण के लंबित होने के विरोध में कई संगठनों ने संयुक्त रूप से सोमवार 29 नवंबर को सिविक सेंटर में धरना-ज्ञापन देने वाले थे। और इसकी अनुमति भी ली गई थी पर ज्ञापन सौंप रहे संगठन के लोग अचानक बेकाबू हो गए। बेरीकेड्स तोड़कर वे कलेक्ट्रेट के लिए निकल गए। पुलिस का कहना हैं कि हालात बिगड़ता देख पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा।जिसके बाद आंदोलनकारियों में से 50 से अधिक को हिरासत में ले लिया जिसमे दो महिलाएं भी घायल हो गईं।

ओबीसी आरक्षण का मामला मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में लंबित है। इस प्रकरण के बीच कुछ संगठनों ने सामाजिक दबाव बनाने के लिए आंदोलन शुरू करने की कोशिश में जुट गए हैं। सोमवार को ओबीसी महासभा, भीम आर्मी, वामसेफ, मूल निवासी आदि संगठनों के पदाधिकारी संयुक्त रूप से सिविक सेंटर में एकत्र होकर धरना-प्रदर्शन करने पहुंच गए। शिक्षक भर्ती में 27 फीसद आरक्षण लागू किए जाने, ओबीसी समाज के छात्रों की रोकी गई छात्रवृत्ति बहाल करने सहित अन्य मांगों को लेकर सिविक सेंटर पार्क में प्रदर्शन के बाद कार्यकर्ता रैली की शक्ल में पैदल मार्च कर घंटाघर के पास ज्ञापन देने जा रहे थे। लेकिन जेडीए कार्यालय के पास रैली में शामिल कुछ कार्यकर्ता बेकाबू हो गए और पुलिस से ही उलझ गए। इसके बाद मामला बिगड़ा था।

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