मायावती ने किया कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिये जाने का स्वागत, कहा कांशीराम भी सर्वोच्च सम्मान के हकदार

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After Karpoori Thakur BSP Supremo Mayawati demand Bharat Ratna Award for Kanshi Ram : दलितों-वंचितों के मसीहा माने जाने वाले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री को कल 23 जनवरी को उनकी 100वीं वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर मोदी सरकार द्वारा देश के सर्वोच्च भारत रत्न सम्मान से सम्मानित करने की घोषणा की है। इसका सभी दलों के नेताओं ने अलग अलग तरीके से स्वागत किया है और कहा जा रहा है कि देर से ही सही, एक योग्य व्यक्ति को भारत रत्न सम्मान दिया जाना प्रशंसनीय है, यह एक तरह से भारत रत्न का सम्मान है।

कर्पूरी ठाकुर के बाद अन्य समाजवादी-पिछड़े-दलित नेताओं को भी भारत रत्न दिये जाने की मांग उठने लगी है। इनमें सबसे पहला नाम बसपा के संस्थापक कांशीराम का है, जिनको भारत रत्न दिये जाने की मांग की जा रही है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने एक्स हैंडल पर कर्पूरी ठाकुर को सम्मानित किये जाने पर हार्दिक प्रसन्नता व्यक्त करते हुए लिखा है, ‘देश में खासकर अति-पिछड़ों को उनके संवैधानिक हक के लिए आजीवन कड़ा संघर्ष करके उन्हें सामाजिक न्याय व समानता का जीवन दिलाने वाले जननायक कर्पूरी ठाकुर जी को आज उनकी 100वीं जयंती पर अपार श्रद्धा-सुमन अर्पित। बिहार के दो बार मुख्यमंत्री रहे देश के ऐसे महान व्यक्तित्व श्री कर्पूरी ठाकुर जी को देर से ही सही अब भारत रत्न की उपाधि से सम्मानित करने के केन्द्र सरकार के फैसले का स्वागत। देश के इस सर्वोच्च नागरकि सम्मान के लिए उनके परिवार व सभी अनुयायियों आदि को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।’

वह आगे कहती हैं, ‘इसी प्रकार दलितों एवं अन्य उपेक्षितों को आत्मसम्मान के साथ जीने व उन्हें अपने पैरों पर खड़ा करने के लिए बहुजन समाज पार्टी के जन्मदाता एवं संस्थापक मान्यवर श्री कांशीराम जी का योगदान ऐतिहासिक व अविस्मरणीय है, जिन्हें करोड़ों लोगों की चाहत अनुसार भारत रत्न की उपाधि से सम्मानित करना जरूरी।’

कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिये जाने की टाइमिंग पर बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सवाल उठाते हुए कहा है, ‘एक बात समझिए कि हम लोगों की बहुत पुरानी मांग रही है और जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विधानसभा के प्रांगण में आए थे, तब हमने कर्पूरी ठाकुर जी को भारत रत्न दिए जाने की मांग को रखा था, इसलिए ये बड़ी खुशी की बात है कि वंचित समाज के जो सबसे बड़े पैरोकार और बिहार के पूर्व सीएम रहे हैं, उन्हें अब भारत रत्न दिया जा रहा है।’

वहीं बहुजन समाज पार्टी के फाउंडर कांशीराम को भी भारत रत्न दिए जाने की मांग करते हुए तेजस्वीकहते है।, इस तरह की मांग को लंबे समय से उठाया जा रहा था। लालू प्रसाद यादव समेत जितने भी समाजवादी नेता रहे हैं, उन सभी ने भारत रत्न दिए जाने की मांग की। हम लोग तो चाहते हैं कि कांशीराम को भी भारत रत्न मिलना चाहिए। अच्छा होता अगर साथ में कांशीराम को भी मिल जाता। तब हमें और भी ज्यादा खुशी होती।’

कल 23 जनवरी को जब मोदी सरकार द्वारा दलितों-पिछड़ों के मसीहा कहे जाने वाले कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने का ऐलान किया था तो तेजस्वी यादव ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा था ‘राम मनोहर लोहिया, जननायक कर्पूरी ठाकुर और मान्यवर कांशीराम जी को भारत रत्न जरूर मिलना चाहिए। वंचित, उपेक्षित समाज के उत्थान में उनके योगदान को कोई नहीं नकार सकता। किसी महापुरुष की विचारधारा, धर्म, जाति और वर्ग इसमें आड़े नहीं आना चाहिए।’

 

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