बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने कहा कि सोमवार से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र को लेकर ट्वीट्स की एक श्रृंखला में, मायावती ने कहा,देश में किसानों के एक वर्ष के तीव्र आन्दोलन के फलस्वरूप तीन अति-विवादित कृषि कानूनों की आज संसद के दोनों सदनों में वापसी किसानों को थोड़ी राहत के साथ ही यह देश के लोकतंत्र की वास्तविक जीत है। यह सबक है सभी सरकारों के लिए कि वे सदन के भीतर व बाहर लोकतांत्रिक आचरण करें।
1. देश में किसानों के एक वर्ष के तीव्र आन्दोलन के फलस्वरूप तीन अति-विवादित कृषि कानूनों की आज संसद के दोनों सदनों में वापसी किसानों को थोड़ी राहत के साथ ही यह देश के लोकतंत्र की वास्तविक जीत है। यह सबक है सभी सरकारों के लिए कि वे सदन के भीतर व बाहर लोकतांत्रिक आचरण करें।
— Mayawati (@Mayawati) November 29, 2021
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा,किन्तु देश के किसानों की विभिन्न समस्याओं को दूर करने के क्रम में खासकर फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारण्टी सुनिश्चित करने की माँग पर केन्द्र की चुप्पी अभी भी बरकरार है। केन्द्र द्वारा इसपर भी सकारात्मक पहल की जरूरत है ताकि किसान खुशी-खुशी अपने घर लौट सकें
2.किन्तु देश के किसानों की विभिन्न समस्याओं को दूर करने के क्रम में खासकर फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारण्टी सुनिश्चित करने की माँग पर केन्द्र की चुप्पी अभी भी बरकरार है। केन्द्र द्वारा इसपर भी सकारात्मक पहल की जरूरत है ताकि किसान खुशी-खुशी अपने घर लौट सकें
— Mayawati (@Mayawati) November 29, 2021
‘कानूनों को अधिनियमित करते समय उनके प्रभाव का आकलन न करना एक ऐसा मुद्दा है जिसे न्यायपालिका भी बार-बार इंगित करती रही है। मायावती ने ट्वीट किया कि केंद्र को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है ताकि अनावश्यक टकराव से बचा जा सके.
मायावती ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, ‘‘बसपा के सभी सांसदों को भी निर्देश दिया गया है कि वे देश व जनहित के अहम मुद्दों को नियमों के तहत ही पूरी तैयारी के साथ सदन के दोनों सदनों में जरूर उठाएं. सरकार भी अपनी ओर से सदन को पूरे विश्वास में लेकर काम करे, तो बेहतर होगा.’’
*दलित टाइम्स उन करोड़ो लोगो की आवाज़ है जिन्हें हाशिए पर रखा गया है। *
महिला, दलित और आदिवासियों के मुद्दों पर केंद्रित पत्रकारिता करने और मुख्यधारा की मीडिया में इनका प्रतिनिधित्व करने के लिए हमें आर्थिक सहयोग करें।