Sambhal violence : संभल हिंसा में पीड़ितो से मिलने पहुंच रहे थे चंद्रशेखर आज़ाद, पुलिस ने बीच में ही रोक लिया..

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यूपी सरकार को निशाने पर लेते हुए नगीना सांसद चंद्रशेखर आज़ाद ने कहा, आज संसद का सेशन शुरू हुआ हमने पार्लियामेंट में इस मुद्दे को ज़ोर से उठाया था लेकिन सदन स्थगित हो गया। ठीक है उनका अधिकार है सदन स्थगित करने का लेकिन आज यहाँ सड़क पर जब उन लोगों को हमारी ज़रूरत है तो हम नहीं जाएंगे क्या ? आप नहीं जानते उत्तरप्रदेश में गोलियाँ चल रही हैं।

 

Sambhal violence & Chandra Shekhar Azad:  संभल हिंसा के पीड़ितों से मिलने जा रहे है चंद्रशेखर आज़ाद को हापुड़ पुलिस ने बीच रास्ते में ही रोक लिया। नगीना सांसद और हापुड़ पुलिस के बीच तीखी बहस भी हुई। इस दौरान चंद्रशेखर आज़ाद ने यूपी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि, उत्तरप्रदेश में गोली चल रही है, लोगों को हमारी ज़रूरत है अगर हम नहीं जाएंगे तो कौन जाएगा..।” इससे पहले रविवार 24 नंवबर को जब यूपी के संभल में हिसा हुई तो चंद्रशेखर आज़ाद ने इसकी कड़ी निंदा की साथ ही कहा था कि वह आज संभल जाएंगे और संभल के पीड़ितो से मिलेंगे।

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उनका दर्द सुनने हम नहीं तो कौन जाएगा ?

आज संसद के शीतकालीन सत्र का पहला दिन है। संसद स्थागित हुई तो चंद्रशेखर आज़ाद की गाड़ियों का काफिला संभल के लिए निकला। इस दौरान हापुड़ पुलिस ने उन्हें बीच में ही रोक लिया। चंद्रशेखर आज़ाद की पुलिस से तीखी बहस हुई। यूपी सरकार को निशाने पर लेते हुए नगीना सांसद चंद्रशेखर आज़ाद ने कहा, आज संसद का सेशन शुरू हुआ हमने पार्लियामेंट में इस मुद्दे को ज़ोर से उठाया था लेकिन सदन स्थगित हो गया।

Chandra Shekhar Azad and Hapur Police

ठीक है उनका अधिकार है सदन स्थगित करने का लेकिन आज यहाँ सड़क पर जब उन लोगों को हमारी ज़रूरत है तो हम नहीं जाएंगे क्या ? आप नहीं जानते उत्तरप्रदेश में गोलियाँ चल रही हैं।

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बैरिकेडिंग लगाकर रोकने की तैयारी :

हापुड़ पुलिस द्वारा चंद्रशेखर आज़ाद को रोकने की एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। साथ ही एक दूसरी वीडियो भी सोशल मीडिया पर वारयल है जिसमें पुलिस चंद्रशेखर आज़ाद को रोकने के लिए पिलखूआ टोल प्लाज़ा पर बैरिकेडिंग करती दिखाई दे रही है। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस मौजूद रही। बता दें कि आज संसद के शीतकालीन सत्र का पहला दिन है वहीं जब सभी नेताओँ ने मिलकर संभल का मुद्दा उठाया तो सदन ही स्थागित कर दिया गया। वहीं संभल की घटना पर हर एक नेता की अलग-एलग प्रतिक्रिया सामने आ रही है।

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अडानी का मुद्दा दबाने के लिए हुई हिंसा :

संभल हिंसा पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए संभल हिंसा को प्रशासन की लापरवाही बाताया तो वहीं पूरा विपक्ष बीजेपी सरकार पर हमलावर है। चंद्रशेखर आज़ाद से लेकर तमाम नेता बीजेपी पर आरोप लगा रहे हैं कि संभल में ये हिंसा इसलिए हुई क्योंकि बीजेपी आडानी की रिश्वत वाला मुद्दा दबाना चाहती थी। बताते चलें कि बीते हफ्ते मंगलवार को एक याचिका के मद्देनज़र यूपी उच्च न्यायलय ने संभल की शाही जामा मस्ज़िद का सर्वे करने की अनुमति दी थी। इस याजिका में दावा किया गया था कि यूपी के संभल जिले की शाही जामा मस्जिद पहले मंदिर थी। रविवार को संभल में इसी मुद्दे को लेकर हिंसा भड़क उठी जिसमें 4 लोगों के मरने की ख़बर सामने आई। अब इस मुद्दे पर जमकर राजनीति हो रही है।  

 

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