उत्तराखंड : फूलदेई पर दर्शन करने मंदिर पहुंची दलित छात्राओं को सवर्णों ने मंदिर में नही करने दिया प्रवेश

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देवभूमी कही जानी वाले उत्तराखंड से फिर एक बार दलितों के साथ भेदभाव का मामला सामने आया है। घटना उत्तराखंड के प्रसिद्ध त्यौहार फूलदेई के दैरान की जब कुछ सवर्णों ने दलितों छात्राओं को शिव मंदिर में जाने से रोक दिया। बहरहाल पुलिस ने घटना के संबंध में केस दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है। वहीं आरोपियों से गंभीरता से पूछताछ भी कर रही है।

 

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सवर्णों ने मंदिर जाने से रोका :

हिंदुस्तान की रिपोर्ट के मुताबिक  मामाल बीते 15 मार्च का है जब अल्मोड़ा जिले के सोमेश्वर में कुछ सवर्ण युवकों ने दलित वर्ग की सात-आठ नाबालिग छात्राओं को मालौज गांव के शिव मंदिर में प्रवेश करने से रोक दिया। इसके बाद दलित छात्राओं की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मामले पर पुलिस का कहना है कि  “जिले की शांति व्यवस्था को किसी भी सूरत में खराब नहीं होने दिया जाएगा।“

 

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मंदिर में किया गया अपमान :

 

रिपोर्ट के मुताबिक अल्मोड़ा जिले के सोमेश्वर के शिव मंदिर में फूलदेई के त्यौहार को दिन स्थानीय किशोर सिंह अधिकारी और सोबन सिंह ने दलित छात्राओं को दलित बताते हुए मंदिर में नहीं जाने दिया। दलित छात्राएं फूलदेई के त्यौहार पर स्थानीय शिव मंदिर में दर्शन के लिए गई थी। छात्राओं की शिकायत पर पुलिस ने गांव के दो सवर्ण युवकों किशोर सिंह अधिकारी और सोबन सिंह पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामले की जांच सीओ रानीखेत लेख को सौंपी गई है।

 

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गांव में हुआ हंगामा :

जानकारी के मुताबिक इस घटना के बाद इलाके में हंगामा हुआ जिसके बाद छात्राओं ने मामले को लेकर सोमेश्वर थाने में तहरीर सौंपी। पुलिस ने दलित छात्राओं को मंदिर में प्रवेश से रोकने के आरोप में किशोर सिंह और सोबन सिंह के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया है। मामले की जांच जारी है।

 

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