उत्तर प्रदेश के औरेया में दलित छात्र की मौत का मामला सामने आया है. आरोप है कि परीक्षा में गलती करने पर टीचर ने उसकी पिटाई की, पिटाई से छात्र की हालत बिगड़ने पर घरवालों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया और इलाज के दौरान छात्र की मौत हो गई. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है.
पिता ने लगाए टीचर पर आरोप:
स्कूल में एक शब्द गलत लिखने पर टीचर ने मेरे बेटे की पिटाई की, उसे लात-घूसों से मारा जिसके बाद वो बुरी तरह से घायल हो गया. हम लोग उसे सैफैई के अस्पताल में लेकर गए, लेकिन रात में उसकी मौत हो गई. 24 सितंबर को थाना अछल्दा में राजू सिंह दोहरे ने एक लिखित सूचना दी कि 7 सितंबर को उनके बेटे निखिल जो आदर्श इंटर कॉलेज के दसवीं का छात्र था उसे सामाजिक विज्ञान के टीचर अश्विनी सिंह ने मारा.
शिकायत में लिखा था कि एग्जाम में गलत लिखने की वजह से उसे काफी मारा-पीटा गया, जिससे उनकी तबीयत काफी खराब हो गई. 17 सितंबर से लगातार उसके घरवाले इलाज करा रहे थे.
आरोपी टीचर ने दिए थे इलाज के पैसे:
आरोपी टीचर ने इलाज में सहयोग किया था दो बार इलाज के लिए पैसे दिए थे, इसलिए घरवालों ने उस समय थाने पर कोई सूचना नहीं दी थी. बाद में टीचर ने जब फोन उठाना बंद कर दिया, तब 24 तारीख को घरवालों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. पीड़ित छात्र की सैफई में इलाज के दौरान मौत हो गई.
छात्र की मौत की सूचना पर पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने और अभियुक्त की शीघ्र गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें लगाने की बात की है.
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