यूपी की धर्म नगरी अयोध्या में हाल ही में नाबालिग के साथ हुई दुष्कर्म की घटना ने सभी को हिला कर रख दिया है। इस घटना के खिलाफ जोरों- शोरों से इंसाफ की मांग उठ रही है, लेकिन इसके बावजूद बेटियों के साथ हो रही हैवानियत की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। ये घटना न केवल अयोध्या बल्कि पूरे समाज के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है और इसे लेकर सख्त कार्रवाई की आवश्यकता है।
UP News : अयोध्या के कुम्भीया गांव में 4 वर्षीय दलित बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना अत्यंत निंदनीय है। आरोपी, 35 वर्षीय सलमान, ने घटना के बाद भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसे कुछ ही घंटों में मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया। बच्ची को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह घटना समाज में सुरक्षा और न्याय प्रणाली की खामियों को उजागर करती है, और इसके समाधान के लिए ठोस और तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है।
4 वर्षीय बच्ची को इलाज जारी
मामले में पीड़ित 4 वर्षीय बच्ची को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है। बता दें, आरोपी सलमान की एक साल की बेटी के साथ पड़ोस की चार साल की बच्ची अक्सर खेला करती थी। घटना के दिन भी बच्ची सलमान के घर के बाहर खेल रही थी, जब उसने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। यह घटना समाज और सुरक्षा व्यवस्था के लिए गंभीर चिंता का विषय है।
वारदात को ऐसे दिया अंजाम
सोमवार को जन्माष्टमी की छुट्टी थी। बच्ची 2 बजे खेलने के लिए बाहर गई, लेकिन लापता हो गई। 5 घंटे की खोज के बाद, फिर सलमान के घर से उसके रोने की आवाज सुनाई दी। जब वहां परिजन पहुंचे, तो सलमान भाग गया। जब घर के अंदर जाकर देखा कि बेटी खून से लथपथ थी और उसने सलमान का नाम लिया। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया और एडमिट कराया गया। इसके बाद थाने में एफआईआर दर्ज करवाई गई।
मुठभेड में आरोपी को लगी गोली
वारदात के बाद पुलिस ने आरोपी सलमान को पकड़ने के लिए कई टीमों को तैनात किया था। सूचना मिलने पर कि सलमान महाराजगंज थाना क्षेत्र के अमी आलापुर रोड पर तारापुर गांव के पास छिपा हुआ है, पुलिस ने घेराबंदी की। सलमान ने पुलिस पर फायरिंग की, जिसके बाद पुलिस और आरोपी के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें सलमान के पैर में गोली लग गई। विकल्प न होने पर, उसने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। गांव के लोग आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं।
बच्ची की मेडिकल रिपोर्ट में रेप की पुष्टि
यह एक बहुत ही गंभीर और संवेदनशील मामला है। अगर बच्ची के मेडिकल रिपोर्ट में रेप की पुष्टि हुई है, तो यह महत्वपूर्ण है कि आरोपी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए और मामले को गंभीरता से संभाला जाए। साथ ही, बच्ची और उसके परिवार को उचित चिकित्सा और मानसिक समर्थन प्रदान किया जाना चाहिए। यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि सभी कानूनी और न्यायिक प्रक्रियाएं उचित रूप से पूरी की जाएं।
आए दिन सामने आती है ऐसी घटना
हाल ही में अयोध्या के पूरा कलंदर थाना क्षेत्र में एक नाबालिग के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आई थी। आरोपियों ने पीड़िता का अश्लील वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल किया और लंबे समय तक उसके साथ बारी-बारी से दुष्कर्म करते रहे। यह मामला तब उजागर हुआ जब पीड़िता दो महीने की गर्भवती हो गई। पीड़िता के परिजनों ने पुलिस से शिकायत की, लेकिन शुरुआत में कोई कार्रवाई नहीं हुई। बाद में निषाद पार्टी के आक्रोश के परिणामस्वरूप पुलिस ने समाजवादी पार्टी के भदरसा नगर अध्यक्ष मोईद खान और उसकी बेकरी में काम करने वाले राजू को गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी उस समय की गई जब मामले ने व्यापक ध्यान और जन आक्रोश को जन्म दिया।
*दलित टाइम्स उन करोड़ो लोगो की आवाज़ है जिन्हें हाशिए पर रखा गया है। *
महिला, दलित और आदिवासियों के मुद्दों पर केंद्रित पत्रकारिता करने और मुख्यधारा की मीडिया में इनका प्रतिनिधित्व करने के लिए हमें आर्थिक सहयोग करें।