लोकसभा चुनावों में बेहतर प्रदर्शन करने के बाद और यूपी में सबसे बड़ा दल बनकर उभरी समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव चाहते है कि उनकी साइकिल सिर्फ यूपी में न रहे बल्कि वह हरियाणा और महाराष्ट्र का सफर भी तय करे।
लोकसभा चुनावों के बाद अब राजनीतिक गलियारों में सबसे ज्यादा चर्चा है उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा उप चुनाव की। क्योंकि लोकसभा के दिलचस्प नतीजो के बाद अब ये देखने में बहुत मज़ा आने वाला है कि यूपी की 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उप चुनाव में कौन बाज़ी मार ले जाएगा और कौन किसके साथ गठबंधन करेगा। वैसे बताते चलें कि उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनावों के दौरान बहुत से विधायक चुनाव लड़कर संसद पहुंचे है और अब उनकी खाली हुई सीटों पर चुनाव होगा।
मायावती से लेकर अखिलेश यादव, चंद्रशेखर आजाद से लेकर योगी आदित्यनाथ और राहुल गांधी यानी कांग्रेस ने यूपी की इन 10 सीटों के लिए कमर कस ली है। लेकिन सवाल फिर से वही की क्या उप चुनाव भी गठबंधन में लड़ा जाएगा या अकेले दम पर। आइए सबसे पहले बात कर लेते हैं बीएसपी सुप्रीमो मायावती की। देखिये लोकसभा चुनावों में मायावती ने दोनों ही खेमों यानी इंडिया और एनडीए को ठेंगे पर रखा वह किसी के साथ गठबंधन के लिए नहीं गयी। हालांकि इसका ख़ामिज़ा बीएसपी को भुगतना पड़ा। 80 सीटों पर उम्मीदवार उतारे लेकिन जीत एक पर भी नहीं मिली। यही कारण है कि पहली बार मायावती यूपी में उपचुनाव लड़ेंगी। पहली बार इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि मायावती या बीएसपी पार्टी ने इससे पहले कभी उपचुनाव नहीं लड़ा। हालांकि अभी तक कि खबर यही है कि बीएसपी उपचुनाव भी अकेले दम पर लड़ेगी किसी गठबंधन के साथ नहीं।
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नगीना लोकसभा से जीत के बाद चंद्रशेखर आजाद लगातार चर्चा में बने हुए है। मेन स्ट्रीम मीडिया से लेकर राजनीतिक दलों में उनके नाम की माला इस वक्त जपी जा रही है। साथ ही उत्तरप्रदेश में होने वाले विधानसभा उप चुनाव को लेकर भी उनकी मौजूदगी और उनकी रणनीति पर लगातार बात की जा रही है। उप चुनाव को लेकर चंद्रशेखर आजाद ने भी बड़ा एलान कर दिया है। जब वह अयोध्या गए थे वहां उन्होंने कहा था कि 2027 में यूपी की 403 सीटों पर ASP यानी आजाद समाज पार्टी चुनाव लड़ेगी और जीतेगी भी। वहीं मीडिया रिपोर्ट की माने तो यूपी उपचुनाव में गाज़ियाबाद और खैर विधानसभा से ASP के चुनाव लड़ने की पूरी गारंटी है। बता दें कि मंगलवार को दलित युवक गौरव जाटव की हत्या मामले में चंद्रशेखर आजाद अलीगढ़ पहुंचे थे और वहां उन्होंने उप चुनाव को लेकर इस बात के संकेत दिए की अलीगढ़ की खैर विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ा जाएगा।
वहीं अब नगीना से सांसद चंद्रशेखर आज़ाद ने गठबंधन के सवालों पर तीखा रुख अपनाया है। एक इंटरव्यू के दौरान आने वाले चुनावो में इंडिया गठबंधन के साथ जाने वाली बात पर चंद्रशेखर आज़ाद ने कहा कि अब में एलायंस के लिए किसी के दरवाजे पर नहीं जाने वाला”
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वहीं दूसरी तरफ कहा जा रहा है कि इंडिया गठबंधन के लिए ये उप चुनाव की राह आसान नहीं होने वाली है। लोकसभा चुनावों में बेहतर प्रदर्शन करने के बाद और यूपी में सबसे बड़ा दल बनकर उभरी समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव चाहते है कि उनकी साइकिल सिर्फ यूपी में न रहे बल्कि वह हरियाणा और महाराष्ट्र का सफर भी तय करे। बता दें कि इसी साल अक्टूबर 2024 में महाराष्ट्र और हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने है। समाजवादी पार्टी चाहती है कि इन दोनों राज्य में इंडी गठबंधन के तौर पर चुनाव लड़ा जाए और अच्छी खासी सीटों का बंटवारा कांग्रेस और सपा के बीच में हो। अगर इस बात पर सहमति नहीं बनती तो कांग्रेस के लिए यूपी उपचुनाव का रास्ता आसान नहीं है। हालांकि एक खबर यह भी है कि यूपी उप चुनावों में कांग्रेस 4 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है।
आइए अब आखिर में यह जान लीजिए कि यूपी की किन 10 सीटों पर होंगे उप चुनाव। यूपी की 403 विधानसभा सीटों में से इस वक्त 10 सीटें खाली है यह सिटें इसलिए खाली हुई है क्योंकि इन पर जो विधायक थे वह लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंच गए है। अब उन 10 सीटों पर उप चुनाव होंगे और ये 10 सीटें है फूलपुर, मझवा, मीरापुर, मिल्कीपुर, करहल, कुंदरकी, गाजियाबाद, कटेहरी और खैर विधानसभा सीट।
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