सोशल मीडिया पर “थंगालान” को लेकर काफी चर्चा और उत्साह देखा जा रहा है। फिल्म के बारे में चल रही चर्चाओं में एक प्रमुख विषय “थंगालान” भारतीय सिनेमा में दलित समुदाय की अनकही कहानियों को सामने लाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
Thangalan: Pa. रंजीत की फिल्म थांगलन को लेकर सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हो रही है। फैंस चियान विक्रम के अनोखे किरदार और फिल्म की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि की तारीफ कर रहे हैं। खासतौर पर विक्रम का लुक और उनकी दमदार एक्टिंग की प्रशंसा हो रही है। वहीं, रंजीत की निर्देशकीय शैली और सामाजिक मुद्दों पर केंद्रित कहानी को भी सराहा जा रहा है।
दलित समुदाय की अनकही कहानियों को सामने लाने का प्रयास
सोशल मीडिया पर “थंगालान” को लेकर व्यापक चर्चा और उत्साह देखा जा रहा है। फिल्म के बारे में चल रही चर्चाओं में एक प्रमुख विषय यह है कि “थंगालान” भारतीय सिनेमा में दलित समुदाय की अनकही कहानियों को सामने लाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। फिल्म के ट्रेलर और प्रमोशनल सामग्री ने दर्शकों का ध्यान खींचा है, खासकर इसके स्टार कास्ट और ऐतिहासिक संदर्भ को लेकर।
कहानी एक आदिवासी के इर्द-गिर्द घूमती है
थंगालान” की कहानी एक आदिवासी के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपनी जमीन हड़प लिए जाने के बाद और अपने कबीले के जीवन को सुधारने की चाहत में एक ब्रिटिश खोजकर्ता के साथ कोलार क्षेत्र में सोने की खोज में निकलता है। इस क्षेत्र को एक आत्मा योद्धा द्वारा संरक्षित माना जाता है, जो इसे और भी रहस्यमय बना देता है। आदिवासी की यह यात्रा केवल सोने की खोज तक सीमित नहीं है, बल्कि यह उसकी पूरी जातीयता और कबीले की जिंदगी को बेहतर बनाने की उम्मीदों को भी दर्शाती है।
फिल्म इस संघर्ष और यात्रा के माध्यम से आदिवासी समुदाय की असली समस्याओं, उनके संघर्षों और उनके प्रयासों को उजागर करती है। क्या आदिवासी अपनी उम्मीदों में सफल होगा और अपने कबीले का जीवन सुधार सकेगा, यह फिल्म की केंद्रीय कहानी का एक महत्वपूर्ण पहलू है। इसके साथ ही, यह फिल्म कोलार गोल्ड फील्ड्स के ऐतिहासिक और सामाजिक संदर्भ में भी एक महत्वपूर्ण योगदान देती है, जो दर्शकों को एक नई दृष्टि प्रदान करती है।
ये है प्रमुख कलाकार
विक्रम, पार्वती थिरुवोथु, डैनियल कैल्टागिरोन, और मालविका मोहनन जैसे प्रमुख कलाकारों के होने से फिल्म की लोकप्रियता और भी बढ़ गई है। सोशल मीडिया पर दर्शक इन कलाकारों के साथ फिल्म की अनूठी कहानी और सशक्त अभिनय की उम्मीदें जता रहे हैं। फिल्म के ट्रेलर ने विशेष रूप से दलित समुदाय के संघर्ष और योगदान की कहानी को उजागर करने के अपने उद्देश्य को स्पष्ट किया है, जो दर्शकों को भावनात्मक रूप से जोड़ रहा है।
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सोशल मीडिया पर रंजीत के काम की लगातार प्रशंसा हो रही
इसके अलावा, फिल्म के निर्देशक पा. रंजीत की शैली और उनके काम की सराहना की जा रही है। उनकी पिछली फिल्में जैसे “मद्रास,” “कबाली,” “काला,” और “सरपट्टा परंबराई” हाशिए के समुदायों की कहानियों को दर्शाने के लिए प्रसिद्ध हैं, और “थंगालान” के साथ भी उन्हें ऐसी ही उम्मीदें हैं। सोशल मीडिया पर, रंजीत के काम की लगातार प्रशंसा हो रही है, और लोग उनकी इस नई परियोजना को लेकर बहुत उत्सुक हैं।
थंगालान” के साक्षात्कार तमिल प्रभा ने बताया है:
“थंगालान” के साक्षात्कार और बयानों में, तमिल प्रभा ने बताया है कि फिल्म केजीएफ के निर्माण में दलित समुदाय के योगदान को उजागर करने का प्रयास करती है, जो ऐतिहासिक रूप से अक्सर अनदेखा किया गया है। इस दृष्टिकोण को लेकर भी सोशल मीडिया पर सकारात्मक प्रतिक्रियाएं आई हैं, और कई लोग इस तथ्य को सराह रहे हैं कि फिल्म ने इतिहास के इस महत्वपूर्ण अध्याय को उजागर करने का साहसिक कदम उठाया है। बता दें , “थंगालान” 15 अगस्त को विभिन्न भाषाओं में रिलीज़ हुई थी। इस फिल्म की सफलता के कारण, इसे 30 अगस्त को हिंदी सिनेमा घरों में भी रिलीज़ किया गया।
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