राजेंद्र बाबू राष्ट्रपति बनने के बाद पहली दफा 1950 ई. में मोतिहारी पधारे थे। सभा शुरू हुई तो रेल की पटरियों की तरफ से एक […]
राजेंद्र बाबू राष्ट्रपति बनने के बाद पहली दफा 1950 ई. में मोतिहारी पधारे थे। सभा शुरू हुई तो रेल की पटरियों की तरफ से एक […]