शहज़ाद पूनावाला का तंज: “कांग्रेस को दलितों की नहीं, केवल ‘दल-हिट’ की चिंता”, वाल्मीकि निगम घोटाले पर हमला

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“कांग्रेस का असल मकसद सिर्फ अपने “दल-हिट” यानी पार्टी के हितों को साधना है”। इसके अलावा शहज़ाद पूनावाला ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उसने हमेशा दलित समुदाय के मुद्दों को सिर्फ अपने राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल किया है, न कि उनके असली हितों के लिए।

शहज़ाद पूनावाला भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के l प्रमुख नेता और प्रवक्ता ने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए वाल्मीकि निगम घोटाले की जांच के संदर्भ में गहरा तंज कसा। उन्होंने कहा कि जो लोग हमेशा “दलित-दलित” की राजनीति करते हैं, उनका असल मकसद सिर्फ अपने “दल-हिट” यानी पार्टी के हितों को साधना है। पूनावाला ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उसने हमेशा दलित समुदाय के मुद्दों को सिर्फ अपने राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल किया है, न कि उनके असली हितों के लिए।

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“कांग्रेस दलितों के नाम पर वोट मांगती है”

वाल्मीकि निगम घोटाला, जिसमें करोड़ों रुपये की अनियमितताओं का आरोप है, कांग्रेस शासित निगमों के तहत हुआ एक बड़ा भ्रष्टाचार का मामला है। इस घोटाले में कथित रूप से दलित सफाईकर्मियों और निगम के कर्मचारियों के वेतन और कल्याण के लिए आवंटित धन को गलत तरीके से हड़पने के आरोप लगे हैं। बीजेपी ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया और कांग्रेस की भूमिका पर सवाल खड़े किए। शहजाद पूनावाला ने इस मामले को उठाते हुए कहा कि कांग्रेस दलितों के नाम पर वोट मांगती है, लेकिन जब उनके कल्याण के लिए कदम उठाने की बात आती है, तो वह सिर्फ भ्रष्टाचार और घोटालों में लिप्त रहती है।

“कांग्रेस को दलित समुदाय के वास्तविक मुद्दों से कोई मतलब नहीं”

पूनावाला ने अपने बयान में कांग्रेस की कथनी और करनी में अंतर को उजागर करते हुए कहा कि यह घोटाला इस बात का प्रतीक है कि कांग्रेस को दलित समुदाय के वास्तविक मुद्दों से कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा से दलितों के साथ एक राजनीतिक मोहरे की तरह व्यवहार करती आई है, उनके वोटों का इस्तेमाल किया, लेकिन उनके विकास और अधिकारों के लिए कभी गंभीरता से काम नहीं किया।

पूनावाला ने की बीजेपी की तारीफ

उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी सरकार ने दलित समुदाय के सशक्तिकरण के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। पूनावाला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों का हवाला देते हुए बताया कि कैसे उनकी सरकार ने दलितों के लिए शिक्षा, रोजगार, और सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में बड़े सुधार किए हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए अनुसूचित जातियों के लिए योजनाओं, जैसे- प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत अभियान और विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की बात की, जिनसे दलित समुदाय को सीधे लाभ पहुंच रहा है।

कांग्रेस पर कसा तंज

वहीं, कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पूनावाला ने कहा कि वाल्मीकि निगम घोटाला इस बात का जीता-जागता उदाहरण है कि कांग्रेस किस तरह से दलितों के नाम पर राजनीति करती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जब सत्ता में होती है, तब वह दलित समुदाय के नाम पर आवंटित बजट को घोटालों और भ्रष्टाचार में झोंक देती है। यह घोटाला दर्शाता है कि किस तरह कांग्रेस ने निगमों में बैठकर दलित कर्मचारियों का हक मारा और अपने लोगों की जेबें भरीं।

शहजाद ने कांग्रेस पर यह भी आरोप लगाया

शहजाद ने कांग्रेस पर यह भी आरोप लगाया कि वह केवल चुनाव के समय दलितों के मुद्दे उठाती है और बाकी समय उनके हितों की अनदेखी करती है। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने दलितों के साथ सही मायनों में न्याय किया है, उनके सामाजिक और आर्थिक उत्थान के लिए ठोस नीतियां बनाई हैं, जबकि कांग्रेस ने केवल वादे किए और उन्हें धोखा दिया।

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वाल्मीकि निगम घोटाले की जांच

वाल्मीकि निगम घोटाले की जांच के लिए बीजेपी ने स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच की मांग की है। शहजाद पूनावाला ने कहा कि इस घोटाले के सभी दोषियों को सजा मिलनी चाहिए और दलित समुदाय को उनका पूरा हक मिलना चाहिए। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि बीजेपी सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है और ऐसे किसी भी घोटाले में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।

कुल मिलाकर, पूनावाला का यह बयान कांग्रेस की दलित राजनीति पर गहरा प्रहार था, जिसमें उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि कांग्रेस का दलित प्रेम सिर्फ दिखावा है, और असल में वह अपने दल को फायदा पहुंचाने के लिए दलितों का इस्तेमाल करती है। बीजेपी ने इस मामले में कांग्रेस की भूमिका पर सवाल उठाकर चुनावी माहौल को गरमा दिया है, और यह देखने वाली बात होगी कि कांग्रेस इस आरोप पर क्या सफाई देती है।

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