सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को अपनों ने जोरदार झटका दे दिया है। राजभर की पार्टी के उपाध्यक्ष शशि प्रताप सिंह ने इस्तीफा दे दिया है।
राष्ट्रपति चुनाव 2022 से पहले ये ओपी राजभर के लिए बड़ा झटका है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के उत्तर प्रदेश में 6 विधायक हैं। एसबीएसपी(SBSP) ने अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करके यूपी विधानसभा चुनाव 2022 लड़ा था। हालांकि अब ओपी राजभर, अखिलेश यादव के खिलाफ भी बगावती सुर अपना चुके हैं। जब विपक्ष के राष्ट्रपति उम्मीदवार यशवंत सिन्हा यूपी में विपक्ष के सांसदों और विधायकों से मिलने आए थे तो गठबंधन का साथी होने के नाते राजभर की पार्टी एसबीएसपी (SBSP) को कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं किया गया था। हालांकि राष्ट्रपति चुनाव में राजभर किसका समर्थन करेंगे, इसका ऐलान उन्होंने बाद में करने के लिए कहा है।
राजभर ने अभी नहीं खोले हैं पत्ते
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने हाल ही में कहा था कि वह सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव से मुलाकात करके सवाल पूछेंगे कि विपक्षी दलों के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के कार्यक्रम में उनको क्यों नहीं बुलाया गया? जान लें कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए 18 जुलाई को वोटिंग होगी। वोटिंग से पहले एसबीएसपी(SBSP) की भूमिका को लेकर स्थिति अभी साफ नहीं है क्योंकि राजभर की पार्टी ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं।
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सपा से दूर हो सकते हैं राजभर
कयास लगाए जा रहे हैं कि ओमप्रकाश राजभर समाजवादी पार्टी से दूर हो सकते हैं। गौरतलब है कि राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा की बीते गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई थी। सपा ने इस कार्यक्रम में गठबंधन की एक अन्य सहयोगी पार्टी, राष्ट्रीय लोकदल प्रमुख जयंत सिंह को तो बुलाया था, लेकिन एसबीएसपी (SBSP)चीफ ओमप्रकाश राजभर को आमंत्रित नहीं किया था।
अखिलेश से रिश्तों पर राजभर का बयान
बीते शनिवार को बलिया में एसबीएसपी (SBSP)नेता राजभर ने सपा से गठबंधन को लेकर कहा था, ‘हमारी तरफ से कोई दरार नहीं है। एसबीएसपी (SBSP)गठबंधन धर्म के निर्वहन के लिए कटिबद्ध है। हम सपा के साथ गठबंधन में हैं और रहेंगे। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव अगर गठबंधन को तोड़ेंगे, तब फिर हम निर्णय करेंगे।’
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