4 साल पहले दोपहर करीब साढ़े 12 बजे उसके गांव का एक युवक उसके घर में घुस आया। युवक ने उसके साथ जबरदस्ती दुष्कर्म किया और उसकी कुछ तस्वीरें भी खींच लीं। युवक ने इन तस्वीरों का इस्तेमाल करके युवती को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया।
Dalit Girl Rape case : राजस्थान के चुरू के सरदारशहर के ग्रामीण क्षेत्र की एक 19 वर्षीय दलित युवती ने बुधवार शाम को पुलिस थाने में चार लोगों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया है। थानाधिकारी अरविंद कुमार भारद्वाज ने बताया कि युवती ने अपने पिता के साथ थाने में आकर घटना की जानकारी दी। युवती ने अपनी शिकायत में कहा कि 15 अगस्त 2020 को जब उसके परिवार के लोग खेतों में काम करने गए हुए थे और वह घर पर अकेली थी, तभी दोपहर करीब साढ़े 12 बजे उसके गांव का एक युवक उसके घर में घुस आया। युवक ने उसके साथ जबरदस्ती दुष्कर्म किया और उसकी कुछ तस्वीरें भी खींच लीं। युवक ने इन तस्वीरों का इस्तेमाल करके युवती को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। वह तस्वीरें वायरल करने की धमकी देकर उसके साथ जब-तब दुष्कर्म करता और फोन पर बातें करता रहता था। इस डर के कारण युवती उसके सामने बेबस हो गई थी।
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अपहरण कर किया सामूहिक दुष्कर्म :
17 जून 2024 को, युवक ने फिर से युवती को फोन किया और धमकी दी कि अगर वह सरदारशहर नहीं आई, तो वह उनकी सारी बातें लोगों को बता देगा और उसके परिवार को बर्बाद कर देगा। युवती डर के मारे सरदारशहर पहुंची, जहां उसे युवक के मौसी का बेटा, जो सीकर के आसपास का रहने वाला था, मिला। वह गाड़ी लेकर आया और युवती को सरदारशहर से जयपुर ले गया। जयपुर पहुंचने के बाद, युवक और उसके साथी ने युवती को उत्तर प्रदेश ले जाने का निर्णय लिया। यूपी में पहुंचने पर, वहां युवती को उसके गांव के दो अन्य लोग भी मिले। इन चारों ने मिलकर युवती को एक घर में बंद कर दिया और वहां बारी-बारी से उसके साथ दुष्कर्म किया।
धमकियों भरा आतंक :
चारों आरोपियों ने युवती को धमकी दी कि अगर उसने उनके खिलाफ किसी भी प्रकार की शिकायत की या दुष्कर्म का जिक्र किया तो वे उसे और उसके परिवार को जान से मार देंगे। इस भय के चलते युवती ने अब तक चुप्पी साधे रखी, लेकिन अंततः उसने साहस जुटाकर अपने पिता के साथ पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाई। 27 जून को, किसी तरह से युवती आरोपियों के चंगुल से छूटकर अपने घर पहुंची। वह अत्यधिक घबराई हुई थी। 3 जुलाई, बुधवार को उसने अपने माता-पिता को पूरी घटना बताई और कहा कि गांव का युवक उसके साथ नाबालिग अवस्था से ही दुष्कर्म करता आ रहा है और अब उसने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर उसका अपहरण करके दुष्कर्म किया है।
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पुलिस द्वारा क्या हुई कानूनी कार्रवाई :
युवती की शिकायत पर पुलिस ने पोक्सो एक्ट, एससी एसटी एक्ट, और विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है। पुलिस का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित और निष्पक्ष जांच की जाएगी। यह घटना केवल एक अपराध की कहानी नहीं है, बल्कि यह उन सामाजिक और मानसिक यातना का भी प्रतीक है जो एक पीड़िता को सहनी पड़ती है। युवती ने जिस तरह से धमकियों और ब्लैकमेलिंग का सामना किया, वह समाज में सुरक्षा और न्याय की आवश्यकता को उजागर करता है।
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युवती की हिम्मत सराहनीय :
इस कठिन परिस्थिति में भी युवती की हिम्मत और उसके पिता का समर्थन सराहनीय है। दोनों ने न्याय की उम्मीद नहीं छोड़ी और आखिरकार न्याय पाने के लिए कदम उठाया। पुलिस और प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वे ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कठोर कदम उठाए और पीड़िताओं को न्याय दिलाने में कोई कसर न छोड़ें। इस घटना से हमें यह समझना चाहिए कि समाज में कमजोर वर्गों, खासकर दलित महिलाओं, की सुरक्षा और सम्मान के लिए हमें और अधिक सजग और संवेदनशील होना पड़ेगा। पुलिस और प्रशासन को सुनिश्चित करना चाहिए कि दोषियों को कड़ी सजा मिले और पीड़िताओं को न्याय दिलाने में कोई बाधा न आए। युवती की हिम्मत और साहस ने हमें यह सिखाया है कि किसी भी प्रकार की असमानता और अन्याय के खिलाफ आवाज उठाना जरूरी है।
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