मोटर चोरी के शक में 2 दलित युवाओं की भीड़ ने की मॉब लिंचिंग, महाराष्ट्र के ठाणे का है दिल दहलाने वाला मामला

Share News:

महाराष्ट्र में फिर एक बार इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। महाराष्ट्र के ठाणे में दो दलित युवकों को गुस्साई भीड़ ने सिर्फ शक के आधार पर मौत के घाट उतार दिया। घटना 16 फरवरी की बताई जा रही है जब ठाणे जिले के अंबरनाथ शहर में कुछ स्थानीय लोगों ने पानी की मोटर चोरी करने के संदेह में दो दलित युवकों की पीट-पीट कर हत्या कर दी। बहरहाल, पुलिस अधीक्षक के मुताबिक मामले में दो लोगों को हिरासत में लिया गया है तथा मामले की जांच की जा रही है। मृतक दलित युवकों की पहचान सूरज परमार (उम्र 25) और सूरज कोरी (उम्र 22) के रूप में हुई है।

यह भी पढ़े : मध्यप्रदेश में दलित की शवयात्रा को जातिवादी गुंडों ने रोका, गांव वालों ने सड़क पर किया अंतिम संस्कार

क्या थी पूरी घटना :

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 17 फरवरी शुक्रवार सुबह कुछ लोगों ने ठाणे के दुर्गा देवी पाड़ा में दो शवों को पड़ा देखा। इसके बाद राहगीरों ने घटना के बारे में पुलिस को सूचित किया। जिसके बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस के मुताबिक जब जांच के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाला गया तो पाया कि बीती रात दोनों व्यक्ति पानी की मोटर लेकर जा रहे थे। सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा था कुछ कुत्ते उन पर भौंक रहे थे जिसकी आवाज सुनकर इलाके के लोग जाग गए। लोगो ने दो दलित युवकों को पानी की मोटर चोरी करने के शक में घेर लिया। दोनों  युवकों को गुस्साई भीड़ ने बेरहमी से पीटा।

यह भी पढ़े : तेलंगाना में सड़क चौड़ी करने के विवाद ने लिया सांप्रदायिक रूप, 2 बच्चों समेत 20 दलितों पर हमला-29 लोगों पर IPC की धाराओं में मुकदमा दर्ज

भीड़ की पिटाई से हुई दलित युवकों की मौत :

सीनियर इंस्पेक्टर अशोक भगत के मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि दोनों युवको की मौत शरीर में अंदरूनी चोट लगने से हुई है। भगत ने आगे कहा, ये दोनों युवको की मौत भीड़ द्वारा पीट-पीट कर हत्या करने का संदिग्ध मामला है। बता दें कि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीसीटीवी फुटेज में गुस्साई भीड़ ने दोनों युवकों का पीछा कर उनकी बेरहमी से पिटाई की थी। जिससे उनकी मौत हो गई।

यह भी पढ़े : UP में शौच के लिए गए दलित युवक की हत्या करके लाश को नहर में छिपाने के मामले में आरोपी की जमानत अर्जी खारिज

चोरी के शक में पहले भी दलितों को उतारा गया मौत के घाट :

बता दें कि ये महाराष्ट्र में दलितों की निर्ममता से हत्या का कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले महाराष्ट्र के नांदेड़ में 3 जून 2023 को दलित युवक की सिर्फ इसलिए हत्या कर दी गयी क्योंकि उसने बाबा साहेब डा. भीम राव अंबेडकर की जयंती को धूमधाम से मनाया था। वहीं 28 अगस्त 2023 को महाराष्ट्र के जालना में दलित युवक (सिद्धार्थ मांडले (उम्र 25) ) की गुस्साई भीड़ ने पीट-पीट कर हत्या कर दी थी। आरोप ये लगाया गया कि दलित युवक ने मोटर बाइक की चोरी की है।

यह भी पढ़े : जो रामजी को नहीं भजता वो च$म##र है, जैसी जातिवादी टिप्पणी करने वाले रामभद्राचार्य को भी ज्ञानपीठ पुरस्कार, उठने लगे सवाल

अगस्त 2023 में ही महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के एक गांव में बकरी और कबूतर चुराने के शक में छह लोगों ने चार दलित युवकों को पेड़ पर उल्टा लटका कर, उनके नीचे मिर्ची का धुंआ कर उन्हें बेरहमी से पीटा था। इस घटना की वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी। जिसकी देश भर में निंदा की गयी थी। हालांकि इस घटना से दलितों की जान को सस्ता समझने वालो की मानसिकता में कोई बदलाव नहीं हुआ। महाराष्ट्र में दलितों पर अत्याचार की घटनाएं लगातार बढ़ रही है।

*दलित टाइम्स उन करोड़ो लोगो की आवाज़ है जिन्हें हाशिए पर रखा गया है। *

महिला, दलित और आदिवासियों के मुद्दों पर केंद्रित पत्रकारिता करने और मुख्यधारा की मीडिया में इनका प्रतिनिधित्व करने के लिए हमें आर्थिक सहयोग करें।

  Donate

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *