एमएलए जिगनेश मेवानी ने सीवेज टैंक में हुई मौत को बताया राष्ट्रीय कलंक,कहा ये लाशे नरेंद्र मोदी जी को अर्पण

Share News:

मध्यप्रदेश के भोपाल में 20 फीट गहरे सीवेज टैंक में हुई दो लोगो की मौत पर एमएलए जिगनेश मेवानी ने ट्वीट कर घटना पर खेद जताते हुए इसे राष्ट्रीय कलंक बताया हैं उन्होंने ट्वीट में लिखा कि, राष्ट्रीय कलंक,मध्यप्रदेश के भोपाल में सेफ्टी गियर्स के ना होने के चलते गटर में उतरने वाले 2 कर्मचारियों की मौत हो गई। यह लाशें @narendramodi जी को अर्पण जिन्होंने यह लिखा था – “सफाईकर्मी को सफाई काम करने में अद्यात्मिकता का आनंद मिलता है। ”

https://twitter.com/jigneshmevani80/status/1470776136913281030?s=20

गौरतलब हैं कि भोपाल में करीब 20 फीट गहरे सीवेज टैंक में उतरने से इंजीनियर समेत 2 लोगों की मौत हो गई। खुले हुए चैंबर के पास उनके जूते पड़े थे। इन्हें देख राहगीर को आशंका हुई। दो बच्चों ने इन्हें गिरते हुए देखा था। उन्होंने गांधी नगर पुलिस को सूचना दी तब तक बहुत देर हो चुकी थी पुलिस के आने पर पता चला कि उन लोगो की मौत हो चुकी हैं, पुलिस ने रस्सी से बांधकर लाशों को बाहर निकाला। बताया जा रहा हैं कि उनकी मौत जहरीली गैस से दम घुटने से हुई है। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।

नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने मामले की जांच का आदेश
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह का जांच का आदेश

हादसा सोमवार दोपहर 3.30 हुआ। नगर निगम के जोन नंबर-1 के लाऊखेड़ी क्षेत्र में अंकिता कंस्ट्रक्शन कंपनी सीवेज का काम कर रही है। सीवेज लाइन अभी बंद है, लेकिन उसमें बारिश और घरों से निकलने वाला गंदा पानी भर गया है। सोमवार को कंपनी के इंजीनियर दीपक सिंह और एक अन्य मजदूर जांच करने के लिए गए थे। उनके जूते बाहर रखे थे। सोनू मीणा जब वहां से गुजरे तो उन्हें जूते दिखाई दिए। अनहोनी की आशंका होने पर गांधी नगर थाना पुलिस को सूचना दी। वहीं, नगर निगम और रेस्क्यू टीम को भी खबर दी गई।

यह पहली बार नहीं हैं की इस तरह से सीवेज सफाई के दौरान किसी की मौत हुई हो पहले भी इस तरह सीवेज में दम घुटने से मजदूरो की मौत होती रही हैं,बता दे कि सिंगरौली जिले में 25 सितंबर 2021 को भी हुआ ऐसा ही मामला सामने आया था। यहां 3 सफाईकर्मियों की मौत हो गई थी। टैंक में उतरे कन्हैया लाल यादव और इंद्रभान सिंह जहरीली गैस से बेहोश हो गए थे। काफी देर तक कोई आवाज न आने पर कांट्रैक्टर ने एक अन्य सफाईकर्मी नागेंद्र रजक को टैंक में उतरने के लिए मजबूर किया, लेकिन वो भी जहरीली गैस का शिकार हो गया।

देवास जिले में 1 अगस्त 2017 को सेप्टिक टैंक की सफाई करने के लिए उतरे 4 कर्मियों की मौत हो गई थी। मृतकों की पहचान विजय सिहोते (20), ईर सिहोते (35), दिनेश गोयल (35) और रिंकू गोयल (16) के रूप में हुई थी। ये सभी देवास के रहने वाले थे। घटना देवास से करीब 60 किमी दूर पिपलरावा थाना इलाके के गांव बरदु की है। यहां कमल सिंह सेंधव ने 5 सफाईकर्मियों को 8,000 रुपए में टैंक साफ करने का ठेका दिया था।

*दलित टाइम्स उन करोड़ो लोगो की आवाज़ है जिन्हें हाशिए पर रखा गया है। *

महिला, दलित और आदिवासियों के मुद्दों पर केंद्रित पत्रकारिता करने और मुख्यधारा की मीडिया में इनका प्रतिनिधित्व करने के लिए हमें आर्थिक सहयोग करें।

  Donate

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *