गुणवत्ता युक्त नहीं मिल रहा मिड डे मील , ग्रामीणों का हंगामा

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सीतापुर : स्कूल के बच्चों को पौष्टिक आहार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से भले ही मिड-डे मील योजना चलाई जा रही हो, लेकिन मौजूदा समय में इसकी हालत चिंतनीय है। मिड-डे मील में शुद्ध खाना भी नहीं मिल रहा। ऐसे में स्पष्ट है कि यहां आने वाले छात्रों का स्वास्थ्य खतरे में है। हम बात करें रामपुर मथुरा क्षेत्र अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय कुम्हडौरा ( कटुवा घाट ) का तो यहाँ स्कूल आने वाले बच्चों को नियमित रूप से मिड-डे मील आहार दिया जाता है, लेकिन इसकी गुणवत्ता पर उठने वाले सवालों में कोई कमी नहीं है। मिड-डे मील आहार के माध्यम से हर हफ्ते बच्चों को अलग-अलग पोषण वाले आहार देने के नियमों के पालन में लापरवाही बरती जा रही है। इसके कारण बच्चों को स्वास्थ्य लाभ नहीं मिल पा रहा है। बच्चों को अलग-अलग प्रकार के ब्यंजनों की लिस्ट के माध्यम से बच्चों में वसा, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और कैलोरी की मात्रा को संतुलित रखना था। लेकिन इस कार्य में सफलता नहीं दिख रही है। स्थानीय ग्रामीण बलराम , राम विजय आदि ने बताया कि बच्चों के मिलने वाले भोजन में जिम्मेदारों का बड़ा खेल चल रहा है । रुपए बचाने की चाहत में बच्चों को पौष्टिक आहार नहीं मिल रहा है । नौनिहालों की सेहत को लेकर इन्हे जरा से भी चिंता नहीं है ।

मीनू के अनुसार नहीं बन रहा भोजन :

मिड-डे मील आहार के माध्यम से हर हफ्ते बच्चों को अलग-अलग पोषण वाले आहार देने के नियमों के पालन में लापरवाही बरती जा रही है। प्राथमिक विद्यालय कुम्हडौरा ( कटुवा घाट ) में मेनू चार्ट के अनुसार मिड डे मील नहीं बनाया जाता है । बृहस्पतिवार को मीनू के अनुसार दाल रोटी बनना था । लेकिन जब यहां हकीकत देखी गई तो रोटी न बनाकर चावल बनाए गए थे । पढ़ने आए नौनिहालों को दाल चावल परोसा गया । इस प्रकार मिड डे मील चार्ट के अनुसार भोजन ना बनाकर नौनिहालों की सेहत से खिलवाड़ किया जा रहा है ।

चटखी बाउंड्रीवाल, हो सकता है हादसा :

प्राथमिक विद्यालय कुम्हडौरा ( कटुवा घाट ) में अभी कुछ ही माह पूर्व बाउंड्रीवॉल बनी थी । लेकिन निर्माण में भ्रष्टाचार कुछ इस कदर हुआ कि एक वर्ष भी सुरक्षित ना रह सकी । बाउंड्रीवॉल चटख गई है । परिसर में छोटे-छोटे नौनिहाल खेलते हैं। बाउंड्रीवाल में जरा सा भी बच्चों का धक्का लगा तो कभी भी धराशाई हो सकती है। और नौनिहाल चोटिल भी हो सकते हैं । स्थानीय ग्रामीणों की मांग है की बाउंड्रीवॉल की मरम्मत की जाए।

सफाई का अभाव , खुले में जाना पड़ता शौच:

प्राथमिक विद्यालय कुम्हडौरा ( कटुवा घाट ) में स्वच्छता को लेकर जिम्मेदार गंभीर नहीं है । परिसर में बने शौचालय की साफ सफाई ना होने से छात्र-छात्राओं , अध्यापक अध्यापिकाओं को समस्याएं झेलनी पड़ रही हैं । प्रतिक्रिया के लिए बाहर जाना पड़ता है । जिससे शासन की मंशा की धज्जियां उड़ती नजर आ रही हैं । जिम्मेदार इस ओर जरा सा भी ध्यान नहीं दे रहे हैं ।

कक्षाएं चलती पांच तक, बैठने के लिए कक्ष सिर्फ तीन :

इस विद्यालय में कक्षा एक से पांच तक कक्षाएं संचालित हो रही है । 200 से अधिक छात्र पंजीकृत हैं । जबकि नौनिहालों के बैठने के लिए कक्ष सिर्फ तीन हैं । ऐसे में सम्मिलित कक्षाएं चलानी पड़ रही है । जिससे नौनिहालों के शिक्षण स्तर पर प्रभाव पड़ रहा है । छात्रों की संख्या के अनुसार कक्षों की कमी है । यदि स्थानीय जिम्मेदार इस पर ध्यान दें तो कक्षावार क्लासे संचालित करने में आसानी होगी । जिससे नौनिहालों की पढ़ाई के स्तर में सुधार होगा।

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