बहुजन समाज पार्टी (BSP) अध्यक्ष मायावती ने भूमि सौदों की उच्चतम न्यायालय से जांच कराने की मांग करते हुए कहा, “यह एक गंभीर मामला है। इस मामले में उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। बेहतर होगा कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले में दखल दे। केंद्र सरकार को चाहिए कि वह इस मामले को गंभीरता से लेने के लिए राज्य सरकार को निर्देश दे।
गौरतलब हैं कि,अयोध्या में नेताओं और अफसरों द्वारा बड़े पैमाने पर जमीन औने-पौने दामों में खरीदे जाने की खबर आने के बाद से हलचल मची हुई,बीजेपी के विधायकों, महापौर, और प्रशासन के आला अधिकारियों द्वारा औने-पौने दाम में जमीं खरीदी वे बेचीं जा रही हैं जिस पर मायावती ने सवाल उठाया और उच्च न्यायालय से जाँच की मांग की हालाँकि राज्य सरकार ने राजस्व विभाग को मामले की गहराई से जांच करने के आदेश दिए हैं
मायावती ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा , “यह मामला गंभीर है और इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए. हमारी पार्टी चाहेगी कि उच्चतम न्यायालय इसमें दखल दे.” उन्होंने कहा कि अगर जमीन की खरीद-फरोख्त में कुछ गड़बड़ हुई है तो राज्य सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए और केंद्र सरकार को भी इस मामले में हस्तक्षेप करके राज्य सरकार को निर्देश देना चाहिए कि अगर ऐसा कुछ हुआ है तो जमीन की खरीद-फरोख्त को रद्द किया जाए.
बीएसपी सुप्रीमो ने मतदाता पहचान पत्र को आधार से जोड़ने संबंधी विधेयक को संसद में पारित किए जाने पर बोली , “हमारी पार्टी का मत है कि यह बहुत महत्वपूर्ण मामला है और इसको जल्दबाजी में संसद से पारित कराना ठीक नहीं है. संसद में पारित कराने से पहले केंद्र सरकार की जिम्मेदारी बनती थी कि वह लोकसभा और राज्यसभा में इस पर खुली बहस कराती. हमारी पार्टी इससे सहमत नहीं है. यह मामला अति गंभीर है.”
मायावती ने अपनी रैली को लेकर पूछे गए सवाल के बारे में कहा “जो लोग मैदान में इधर-उधर घूम रहे हैं उन्हें बहुत घबराहट है. जब वक्त आएगा तब आपको बता दिया जाएगा कि मैं कब निकल रही हूं.”
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