महाराष्ट्र के अहमदनगर में एक कार्यक्रम में डांस करने पर दलित युवा को जातिवादियों ने नग्न कर पीटा, आहत होकर दे दी जान

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कथित उच्च जाति के आरोपी विट्ठल को एक श्मशान घाट पर ले गए और कपड़े उतरवाकर फिर से उसके साथ मारपीट की गयी। तीनों आरोपियों पर विट्ठल का फोन भी छीनने का आरोप है, जिसके चलते वो मदद के लिए किसी को फोन भी नहीं कर पाया….

Kopardi Dalit man torture and suicide news : दलित उत्पीड़न-उन्हें सरेआम बेइज्जत किये जाने, मंदिर में न घुसने देने या फिर और तरीके से प्रताड़ित करने-उनकी जान लेने की घटनायें देश के कोने-कोने से सामने आती रहती हैं। जिस महाराष्ट्र को दलित आंदोलन की जमीन माना जाता है, जो बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की जन्मस्थली है, वहां भी दलितों के साथ उत्पीड़न, उनकी जान लेने या उन्हें आत्महत्या के लिए मजबूर करने जैसी घटनायें सामने आती रहती हैं। अब हाल में एक और ऐसी ही घटना महाराष्ट्र से सामने आयी है, जहां एक दलित युवा को सिर्फ एक कार्यक्रम में डांस करने की कीमत जान देकर चुकानी पड़ी।

मीडिया में आयी खबरों के मुताबिक एक कार्यक्रम में नाचने को लेकर एक दलित युवा के सरेआम कपड़े उतारकर उसके साथ बेरहमी से मारपीट की गयी। इस घटना से आहत होकर युवा ने घर जाकर जान दे दी। इस मामले में पुलिस ने तथाक​थित कथित ऊंची जाति के दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया, मगर सवाल है कि क्या उस युवा की जान वापस आयेगी। कब तक दलित इस तरह के जुल्म के शिकार होते रहेंगे।

यह घटना महाराष्ट्र के सबसे बड़े जिले अहमदनगर में स्थित कोपर्डी गांव की है। पुलिस के मुताबिक नाचने के बाद बुरी तरह पीटे जाने और सरेआम कपड़े उतारे जाने से आहत होकर जान देने वाले युवक की पहचान विट्ठल उर्फ ​​नितिन कांतिलाल शिंदे के तौर पर हुई है। 37 वर्षीय बिट्ठल हिंदू महार दलित समुदाय से ताल्लुक रखता था।

इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, विट्ठल के पिता ने कर्जत पुलिस स्टेशन में इस घटना के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है। उन्होंने अपनी शिकायत में बताया है कि उनका बेटा बिट्ठल 1 मई की रात को गांव में लोककला कार्यक्रम ‘तमाशा’ में शामिल होने गया था। आरोप लगाया है कि उसी रात करीब 11 बजे तीन लोगों ने विट्ठल के खिलाफ जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया और कार्यक्रम में नाचने को लेकर उसके साथ मारपीट की गयी। शिकायत के मुताबिक, इसके बाद कथित उच्च जाति के आरोपी विट्ठल को एक श्मशान घाट पर ले गए और कपड़े उतरवाकर फिर से उसके साथ मारपीट की गयी। तीनों आरोपियों पर विट्ठल का फोन भी छीनने का आरोप है, जिसके चलते वो मदद के लिए किसी को फोन भी नहीं कर पाया।

विट्ठल के पिता ने पुलिस के पास दर्ज करवायी गयी रिपोर्ट में कहा है, घर पहुंचकर अपने परिवार वालों को विट्ठल ने अपने साथ घटित इस घटना के बारे में बताया और कहा कि वो अब किसी को मुंह दिखाने लायक नहीं बचा, इसलिए जीना नहीं चाहता। घटना के अगले ही दिन यानी 2 मई को विट्ठल ने अपने घर पर ही आत्महत्या कर ली। पुलिस को विट्ठल के घर से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें उसने अपनी मौत के लिए तीन लोगों को जिम्मेदार ठहराया है।

विट्ठल ने जिन लोगों को अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है उनमें बंटी बाबासाहेब सुद्रिक, स्वप्निल बबन सुद्रिक और वैभव मधुकर सुद्रिक शामिल हैं। ये तीनों लोग मराठा समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। मृतक दलित युवक विट्ठल के पिता की शिकायत के बाद इन तीनों आरोपियों के खिलाफ IPC और SC/ST एक्ट की अलग-अलग धाराओं के तहत केस दर्ज किया कर दिया है। पुलिस उपाधीक्षक विवेकानन्द वखारे ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि बंटी और वैभव को गिरफ्तार कर लिया गया है, स्वप्निल अभी पुलिस की पकड़ से दूर है उसकी तलाश की जा रही है।

विट्ठल की मौत के बाद उसके परिजनों और दलित समुदाय ने 3 मई को घटना को लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया और सभी आरोपियों की गिरफ्तारी तक विट्ठल का शव लेने से इनकार कर दिया था। किसी हिंसक घटना की आशंका के डर से प्रशासन ने कोपर्डी गांव में में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया।

मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक दलित युवक विट्ठल के साथ उच्च जाति के लोगों ने जो बर्ताव किया उसका संबंध 2016 की एक घटना से है। गौरतलब है कि 2016 में मराठा समुदाय की 14 साल की एक नाबालिग लड़की की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गयी थी। नवंबर 2017 में अहमदनगर की एक अदालत ने तीन आरोपियों जितेंद्र बाबूलाल शिंदे उर्फ ​​पप्पू, संतोष गोरख भावल और नितिन गोपीनाथ भैलुमे को मृत्युदंड की सजा सुनाई थी। सजा सुनाये जाने के बाद एक आरोपी जितेंद्र ने सितंबर 2022 में जेल में ही खुदकुशी कर ली थी। पुलिस के हवाल से जो खबर आयी उसके मुताबिक जिस युवा विट्ठल के साथ उच्च जाति के लोगों ने भारी बदलसूकी की, जिसके बाद आहत होकर उसने अपनी जान दे दी, वह जेल में अपनी जान देने वाले बलात्कारी के आरोपी युवक जितेंद्र का चचेरा भाई था और जिन लोगों पर नाचने के दौरान विट्ठल के साथ मारपीट और कपड़े उतारने का आरोप है, उनमें से एक 2016 में गैंगरेप के बाद मौत के घाट उतार दी गयी मृतक बच्ची का रिश्तेदार था। इसलिए पुलिस अब इस घटना के तार उस घटना से जोड़कर देख रही है।

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