संविधान की प्रस्तावना से ‘समाजवाद’ हटवाना चाहते थे BJP सांसद,भीम आर्मी चीफ चन्द्रशेख़र आजाद ने कहा,संविधान विरोधी हैं भाजपा

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संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान शुक्रवार (3 दिसंबर) को पूर्व केंद्रीय मंत्री और राजस्थान से बीजेपी के सांसद के जे अल्फोंस ने राज्यसभा में एक प्राइवेट मेंबर बिल पेश किया, जिसका विपक्षी सदस्यों ने पुरजोर विरोध किया. बता दे भीम आर्मी चीफ चन्द्रशेख़र आजाद ने भी के जे अल्फोंस का विरोध करते हुए ट्वीट किया कि “यह शर्म की बात है कि भाजपा सांसद के. जे. अल्फोंस बाबासाहेब के संविधान की प्रस्तावना से समाजवादी शब्द को संसद में बिल लाकर हटाना चाहते हैं। जबकि हमारे संविधान की नैतिकता और हृदय ही समाजवाद है। यह यूपी में डूबती हुई भाजपा सरकार से ध्यान हटाने का एक प्रयास है। संविधान विरोधी भाजपा।”

हालाँकि इसके बाद सदन के उप सभापति हरिवंश (Harivansh) ने बिल को रिजर्व रख लिया।केरल के निवासी के जे अल्फोंस ने प्राइवेट मेंबर बिल के रूप में एक संविधान संशोधन बिल पेश किया था. बिल में यह प्रस्तावित था कि संविधान की प्रस्तावना में वर्णित ‘समाजवाद’ शब्द को हटा दिया जाय और उसकी जगह ‘न्यायसंगत’ शब्द किया जाय लेकिन जैसे ही उन्होंने इस बिल को पेश किया और उप सभापति ने उस पर सदन का मत जानना चाहा तो बिल के विरोध में विपक्षी दलों ने अपनी आवाज बुलंद कर दी और नो के पक्ष में ज्यादा आवाज आने लगी.

बिहार के नेता विपक्ष और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने इसे बीजेपी की पिछले दरवाजे से चोरी करार दिया है. उन्होंने ट्वीट किया है, “केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा संविधान बदलने की एक चोरी कल संसद में पकड़ी गयी जब इन्होंने संविधान की प्रस्तावना जिसे इसकी आत्मा कहा जाता है उसमें से “समाजवादी” शब्द को हटाने का संविधान संशोधन विधेयक पेश किया लेकिन हमारे सजग और सतर्क सदस्यों ने कड़ा विरोध कर इस विधेयक को वापस कराया.”

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