कमल हसन के बयान पर तमिल इंडस्ट्री के डायरेक्टर पीए रंजीत का पलटवार, कहा- मैने खुद महसूस किया हैं जातिवाद

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तमिल इंडस्ट्री के जाने-माने निर्देशक पीए रंजीत की प्रतिक्रिया आई है जो कि अभिनेता के बयान से एक दम अलग है. डायरेक्टर का कहना है कि वे फिल्म इंडस्ट्री में जाति- धर्म को लेकर होने वाले भेदभाव को महसूस करते हैं।

हाल ही में कमल हासन द्वारा जातिवाद धर्म पर एक बयान दिया गया था जिसमें उन्होंने कहा था कि फिल्म इंडस्ट्री में जाति या धर्म को लेकर किसी तरह का भेदभाव नहीं है, सिनेमा के क्षेत्र में चमकने के लिए केवल एक ही गुण की आवश्यकता होती है, वह है प्रतिभा और रुचि,अभिनेता ने ये बातें ‘सिला नेरंगलिल सिला मनिथार्गल’ के ऑडियो लॉन्च इवेंट में बोलते हुए कही थीं
जिसको लेकर अलग अलग प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई थी और जिसके संबन्ध में तमिल फिल्म इंडस्ट्री के डायरेक्टर पीए रंजीत ने कहा कि “फिल्म जगत में भी जातिवाद हैं और उसको मैंने खुद महसूस भी किया हैं।”

बतौर कमल हासन ‘इंडस्ट्री में कोई जाति या धर्म नहीं है और यही सच्चाई है। कुछ लोग इससे इनकार कर सकते हैं लेकिन मुझे इसकी परवाह नहीं है. उन्होंने स्क्रीन की ओर इशारा करते हुए कहा, अगर आप इस थिएटर में लाइट बंद कर देते हैं, तो यहां एकमात्र धर्म, एक कहानी, इस अंधेरे में एक रोशनी है. यही कारण है कि हम जो कहते हैं उसके बारे में सावधान रहते हैं।’

जाति, भारतीय सामाजिक व्यवस्था का एक अभिन्न अंग है, जिसने जीवन के सभी क्षेत्रों को व्यापक रूप से प्रभावित किया है। मीडिया जाति के अनुनय के लिए अपवाद नहीं है। एक सामाजिक वास्तविकता के रूप में जाति का चित्रण भारतीय सिनेमा के प्रारंभिक वर्षों से ही केंद्रीय है।

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