मध्य प्रदेश में 24 घंटे के भीतर दलित उत्पीड़न की तीन घटनाएं सामने आईं: शिवपुरी में जमीन विवाद में युवक की पीट-पीटकर हत्या, गुना में बंजारा समाज की बस्ती में आगजनी, और जबलपुर में भाजपा नेता द्वारा युवक की सरेआम पिटाई। कांग्रेस ने कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं, जबकि आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग जारी है।
MP News: मध्य प्रदेश में दलित उत्पीड़न के तीन गंभीर मामले सामने आए हैं, जिन्होंने समाज की जड़ों को हिला कर रख दिया है। शिवपुरी में एक युवक की बेरहमी से हत्या कर दी गई, गुना में बंजारा समाज की बस्ती को आग के हवाले कर दिया गया, और जबलपुर में भाजपा नेता ने बीच सड़क पर एक युवक की पिटाई की। ये घटनाएं न केवल समाज में बढ़ते जातिगत भेदभाव को उजागर करती हैं, बल्कि राज्य की कानून-व्यवस्था पर भी बड़े सवाल खड़े करती हैं।
शिवपुरी: मामा के घर आए युवक की हत्या
शिवपुरी जिले के सुभाषपुरा थाना क्षेत्र के इंदरगढ़ गांव में जमीन और बोरवेल को लेकर हुए विवाद में 30 वर्षीय नारद जाटव की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। नारद, जो मोहना थाना क्षेत्र के दौरार गांव का निवासी था, अपने मामा के घर आया हुआ था। गांव के सरपंच पदम धाकड़ और उसके परिजनों के साथ बोरवेल की पाइपलाइन को लेकर विवाद बढ़ गया। नारद ने गुस्से में पाइपलाइन उखाड़ दी, जिससे सरपंच और उसके परिजन आक्रोशित हो गए।
सरपंच ने अपने भाई, बेटे और अन्य परिजनों के साथ मिलकर नारद की लाठी-डंडों से बेरहमी से पिटाई की। गंभीर हालत में उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने सरपंच पदम धाकड़ सहित आठ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
गुना: बंजारा समाज की बस्ती जलाई
गुना जिले के फतेहगढ़ क्षेत्र के पन्हेटी गांव में जमीन विवाद ने उग्र रूप ले लिया। भील और बंजारा समाज के बीच जंगल की जमीन को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। सोमवार को इस विवाद ने हिंसा का रूप ले लिया, जब गल सिंह भिलाला नामक व्यक्ति की हत्या कर दी गई।
हत्या के बाद गुस्साए भील समुदाय ने बंजारा समाज की बस्ती पर हमला कर दिया। 8-10 मकानों को आग के हवाले कर दिया गया, जिससे वहां खड़ी गाड़ियां और अन्य सामान भी जलकर खाक हो गया। प्रभावित परिवार दहशत में हैं और उन्होंने पुलिस प्रशासन से सुरक्षा की मांग की है। हालांकि पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लेने का दावा किया है, लेकिन घटना ने क्षेत्र में भय का माहौल बना दिया है।
जबलपुर: भाजपा नेता ने युवक को सरेआम पीटा
जबलपुर के तिलवारा क्षेत्र में भाजपा के बूथ अध्यक्ष अमित द्विवेदी ने अनिल झारिया नामक युवक को बीच सड़क पर पीटा। वायरल वीडियो में साफ दिख रहा है कि द्विवेदी अनिल की छाती पर बैठकर उसे बेरहमी से मार रहे हैं। घटना में अनिल के मासूम बच्चों और पत्नी को भी मारा गया।
पीड़ित परिवार ने दहशत के कारण घर छोड़ दिया है। पुलिस ने भाजपा नेता अमित द्विवेदी और उसके दो अन्य साथियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है, लेकिन आरोपी अभी भी फरार हैं।
कांग्रेस ने कानून-व्यवस्था पर उठाए सवाल
इन घटनाओं के बाद कांग्रेस ने राज्य सरकार और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की नीतियों पर तीखा हमला बोला। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघर ने सोशल मीडिया पर लिखा, “मध्य प्रदेश अब जंगलराज में तब्दील हो गया है। मुख्यमंत्री विदेश यात्रा में व्यस्त हैं, जबकि प्रदेश में दलितों पर अत्याचार हो रहे हैं।”
सिंघर ने शिवपुरी की घटना का वीडियो भी साझा किया और गृह मंत्री को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने प्रदेश को अपराधियों के हाथों में सौंप दिया है।
जातिगत भेदभाव और समाज पर प्रभाव
मध्य प्रदेश में इन तीनों घटनाओं ने समाज में गहरे जातिगत भेदभाव को उजागर किया है। दलित समुदाय के प्रति ऐसी घटनाएं न केवल कानून व्यवस्था की कमजोरी को दिखाती हैं, बल्कि इस बात का संकेत भी देती हैं कि राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर ठोस कदमों की आवश्यकता है।
इन घटनाओं पर सरकार की निष्क्रियता और आरोपियों के खिलाफ धीमी कार्रवाई से यह सवाल उठता है कि क्या राज्य में कमजोर वर्गों की सुरक्षा प्राथमिकता है? समय की मांग है कि इन मामलों की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों को सख्त सजा मिले, ताकि समाज में विश्वास बहाल हो सके।
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