यूपी के औरेया में दलित मजदूर की बेरहमी से हत्या, 2 साल पहले मां का भी कर दिया था बेरहमी से कत्ल

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जब दलित युवक ब्रजेश अपने घर वापिस लौट रहा था तो नंद किशोर के दरवाजे के पास पहुंचने पर जिन लोगों से उसकी कहासुनी हुई थी, उन्होंने उसे जबरन रोक लिया और पास में खड़े ट्रैक्टर में रखे फावड़े को उठाकर ताबड़तोड़ वार करने शुरू किये जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गयी…

Auraiya News : योगी के यूपी में जहां एक तरफ अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बाद रामराज के नारे लगाये जा रहे हैं, वहीं अपराध भी लगातार चरम पर है। दलितों-मजदूरों-शोषितों और पिछड़ों के उत्पीड़न की तमाम खबरें मीडिया की सुर्खियां बनी रहती हैं। अब एक दिल दहलाने वाली वारदात ओरैया जनपद से सामने आयी है, जहां एक दलित मजदूर पर फावड़े से बुरी तरह वार कर बेरहमी से कत्ल कर दिया गया है।

परिजनों के अलावा ग्रामीण भी दबी जुबान में यह कह रहे हैं कि ब्रजेश की हत्या पुरानी रंजिश में की गयी है। पुलिस का कहना है कि मुख्य आरोपी को हिरासत में लिया जा चुका है, मगर घटना में शामिल अन्य 4 लोग अभी गिरफ्तार नहीं किये गये हैं। सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए परिजनों ने दलित युवक की डेडबॉडी को पांच घंटे तक उठाने नहीं दिया। तनाव की आशंका को देखते हुए गांव में पीएसी तैनात कर दी गयी है।

ओरैया जनपद के सहार थाना इलाके के बहादुरपुर गांव के 36 वर्षीय दलित युवक ब्रजेश उर्फ कल्लू मजदूरी करके अपने परिवार का भरण-पोषण करता था। रविवार 21 जनवरी की रात को गांव में किसी की मौत हो गयी थी, जिसके बाद ब्रजेश भी सोमवार 22 जनवरी की सुबह गमी में मृतक के दरवाजे पर गया था। वहां उसकी कुछ लोगों से कहासुनी हो गयी। विवाद के कुछ देर बाद जब वह अपने घर वापिस लौट रहा था तो नंद किशोर के दरवाजे के पास पहुंचने पर जिन लोगों से उसकी कहासुनी हुई थी, उन्होंने उसे जबरन रोक लिया और पास में खड़े ट्रैक्टर में रखे फावड़े को उठाकर ब्रजेश पर ताबड़तोड़ वार करने शुरू किये।

फावड़े के वार से ब्रजेश लहूलुहान होकर वहीं गिर पड़ा और उसकी तुरंत मौत हो गई। ब्रजेश की मौत के बाद मची अफरातफरी के बाद वहां भारी भीड़ इकट्ठा हो गयी और परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए पुलिस को लाश तक नहीं उठाने दी। घटना की नाजुकता को देखते हुए मौके पर कई थानों की पुलिस पहुंच गई। पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए ब्रजेश का शव उठाने का प्रयास किया तो परिजनों ने कहा कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की जाती, डेडबॉडी नहीं उठाने दी जायेगी और वह अपनी इसी मांग पर अड़े रहे।

पुलिस के लाख समझाने पर भी ब्रजेश के परिजनों समेत अन्य ग्रामीणों ने शव को हाथ नहीं लगाने दिया और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे। दोपहर करीब ढाई बजे पुलिस ने किसी तरह समझाकर ब्रजेश के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इस मामले में पुलिस अधीक्षक चारू निगम कहती हैं कि एक आरोपित को हिरासत में लिया गया है और तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा। यानी ब्रजेश के दोनों भाई राजस्थान में परिवार चलाने के लिए मजदूरी करते हैं अब उनके लौटने पर ही तहरीर दर्ज होगी और अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया जायेगा।

सामने आ रही जानकारी और पुलिस के मुताबिक मृतक ब्रजेश और गजेंद्र के बीच लंबे समय से आपसी रंजिश थी। सोमवार 22 जनवरी की सुबह भी दोनों का किसी बात को लेकर विवाद हो गया था और यह इतना ज्यादा बढ़ गया कि दोनों हाथापाई करने लगे। मारपीट इतनी ज्यादा बढ़ गयी कि गजेंद्र नाम के युवक ने दलित युवक ब्रजेश पर फावड़े से हमला कर दिया।

मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक बीते दो साल पहले ब्रजेश की मां की भी हत्या कर दी गयी थी और इसके आरोपी भी यही लोग बताये जा रहे हैं। मां के बाद अब ब्रजेश की भी नृशंसता से हत्या कर दी गयी है।

 

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