चंद्रशेखर आजाद ने जयपुर किडनैपिंग और गैंगरेप मामले में उठाई आवाज, राजस्थान सरकार से की ये मांग

Share News:

चंद्रशेखर आजाद ने जयपुर में दलित युवती के किडनैपिंग और गैंगरेप मामले में आवाज उठाते हुए राजस्थान सरकार से मांग की है। उनके इस बयान ने पीड़िता के लिए न्याय की मांग को और तेज कर दिया है, और उन्होंने दलित समुदाय के अधिकारों के प्रति एकजुटता व्यक्त की है।

राजस्थान की राजधानी जयपुर में घटी दलित युवती के किडनैपिंग और सामूहिक दुष्कर्म की घटना ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है। यह मामला तब और तूल पकड़ गया जब युवती को गंभीर हालत में उसके घर के बाहर लहूलुहान अवस्था में फेंक दिया गया। इस मामले में आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने राज्य सरकार से तुरंत हस्तक्षेप करने की मांग की है और पीड़िता को बेहतर से बेहतर इलाज उपलब्ध कराने पर जोर दिया है।

इसे देखें: जेल में जाति के आधार पर काम और खाना: दलितों ने कही जेलों में भेदभाव की कहानियां

चंद्रशेखर आजाद ने अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी

चंद्रशेखर ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि यह कृत्य न केवल निंदनीय है बल्कि असहनीय और अस्वीकार्य भी है। उन्होंने दोषियों को सख्त से सख्त सजा देने की मांग की है, ताकि ऐसे अपराधों को रोकने में सरकार की गंभीरता दिख सके। इस बीच, पीड़िता का इलाज जयपुर के एसएमएस अस्पताल में हो रहा है, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। चंद्रशेखर आजाद की इस प्रतिक्रिया से दलित समाज और मानवाधिकार संगठनों में एकजुटता बढ़ी है, जो पीड़िता के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं।

ये हैं मामला

जयपुर में दलित युवती से गैंगरेप का मामला 9 अक्टूबर को सामने आया, जब चार लोगों ने युवती को उसके घर से अगवा कर लिया। इन आरोपियों ने उसे घर के पास ही एक सुनसान जगह पर ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म किया। इसके बाद देर रात उसे गंभीर हालत में बोलेरो गाड़ी में उसके घर के बाहर फेंक दिया गया। पीड़िता लहूलुहान और गंभीर अवस्था में थी, लेकिन उसने हिम्मत जुटाकर अपने पिता को चारों आरोपियों के नाम बताए और घटना की जानकारी दी। आरोपियों के नाम दीपक, गिर्राज, कुंदन, और रामावतार मीना बताए गए हैं। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की और चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

स्थानीय लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर

पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इन चारों में से तीन का पहले से आपराधिक इतिहास रहा है, जिससे पुलिस पर भी सवाल उठने लगे हैं कि ऐसे अपराधियों को पहले ही क्यों नहीं रोका गया। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर है, और वे थाने के बाहर धरने पर बैठ गए, न्याय की मांग कर रहे हैं। दलित संगठनों और कांग्रेस नेताओं ने भी धरना स्थल पर पहुंचकर राज्य की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए हैं।

UP News: दलित महिलाओं का धर्म परिवर्तन कराने का आरोप, हिंदू संगठन के हंगामे के बाद पहुंची पुलिस, दो पादरी हिरासत में

बता दें, पीड़िता का इलाज जयपुर के एसएमएस अस्पताल में चल रहा है, जहां डॉक्टरों की एक टीम उसकी सेहत पर लगातार नजर रख रही है। ताजा रिपोर्ट्स के अनुसार, पीड़िता की हालत खतरे से बाहर है और उसे जल्द ही आईसीयू से सामान्य वार्ड में शिफ्ट किया जाएगा।

*दलित टाइम्स उन करोड़ो लोगो की आवाज़ है जिन्हें हाशिए पर रखा गया है। *

महिला, दलित और आदिवासियों के मुद्दों पर केंद्रित पत्रकारिता करने और मुख्यधारा की मीडिया में इनका प्रतिनिधित्व करने के लिए हमें आर्थिक सहयोग करें।

  Donate

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *