भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद ने ओडिसा के मयूरभंज में रोजमर्रा के जीवन में बुनियादी अधिकारों से वंचित आदिवासी समुदाय को लेकर ट्वीट किया और कहा कि प्रदेश में केंद्र और सरकार बदलती रही लेकिन आज भी एक बड़ा समुदाय अपने आधिकारो से बहुत दूर है उन्होंने कहा हम सवाल कर सकते है और अपने अधिकारों के लिए संघर्ष भी कर सकते है उन्होंने ओडिसा के मुख्यमंत्री को टैग करते हुए कहा कि आखिर प्रदेश में ये सरकार किस के लिए है।
भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद ने अपने ट्वीट में लिखा कि “भीम प्रदेश में और केन्द्र में सरकार बदलती रही। लेकिन आज भी एक बड़ी आबादी बुनियादी अधिकारों से पूरे देश मे वंचित है। शिक्षा प्राप्त कर अब हम सवाल करने और अपने अधिकारों के लिये संघर्ष करने को तैयार हो चुके है।
@Naveen_Odisha जी अब जवाब देना पड़ेगा, आखिर ये सरकारें है किसके लिये।”
प्रदेश में और केन्द्र में सरकार बदलती रही। लेकिन आज भी एक बड़ी आबादी बुनियादी अधिकारों से पूरे देश मे वंचित है। शिक्षा प्राप्त कर अब हम सवाल करने और अपने अधिकारों के लिये संघर्ष करने को तैयार हो चुके है।@Naveen_Odisha जी अब जवाब देना पड़ेगा, आखिर ये सरकारें है किसके लिये। https://t.co/9BwcHj6NGa
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) January 7, 2022
ट्राइबल आर्मी नाम से ट्विटर हैंडल ने एक वीडियो साझा करते हुए ओडिसा के मयूरभंज के आदिवासियों का एक वीडियो शेयर किया है जिसमे आदिवासी समुदाय के लोग पानी से लेकर आवगमन तक के लिए किस तरह दो चार हो रहे साफ़ देखा जा सकता है। ट्राइबल आर्मी ने ट्वीट में लिखा कि “ओडिसा के मयूरभंज में आदिवासी लोग जीवन और संघर्ष के बीच बदतर हालतों से लड़ते हुए। आसान होता है आरक्षण के खिलाफ जहर उगलना, कभी इन हालातों से निकलकर संघर्ष करिए। जहां आज भी भी शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी, सड़क तक उपलब्ध नहीं है। अधिकांश आदिवासी इलाकों की भारत में यही दुर्दशा है।”
ओडिसा के मयूरभंज में आदिवासी लोग जीवन और संघर्ष के बीच बदतर हालतों से लड़ते हुए। आसान होता है आरक्षण के खिलाफ जहर उगलना, कभी इन हालातों से निकलकर संघर्ष करिए। जहां आज भी भी शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी, सड़क तक उपलब्ध नहीं है। अधिकांश आदिवासी इलाकों की भारत में यही दुर्दशा है। pic.twitter.com/NHAPnUrRt8
— Tribal Army (@TribalArmy) January 6, 2022
यह विडंबना है हमारे देश कि जहां देश के प्रधानमंत्री देश को विश्व गुरु बनाने की बात करते हैं लेकिन वही देश का समुदाय के लोग आज भी केवल आधारभूत सुविधाओं के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं उनको मुलभुत सुविधाएं उपलब्ध नहीं है। सरकार की यह पहली जिम्मेदारी है नागरिकों की मूलभूत समस्याओं का निपटारा करें लेकिन शायद यहा ये मुमकिन नहीं है।
*दलित टाइम्स उन करोड़ो लोगो की आवाज़ है जिन्हें हाशिए पर रखा गया है। *
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