दलित रेप-हत्या मामले में बसपा का आक्रोशः CBI जांच और आंदोलन की चेतावनी; सरकार पर दोषियों को बचाने का लगाया आरोप

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बिहार में दलित बच्ची के साथ हुए रेप और हत्या के मामले को लेकर बसपा ने राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं और इस घटना को बिहार में “जंगलराज” का उदाहरण बताया है। कहा बिहार में गरीब, दलित, पिछड़ी और अति पिछड़ी जातियों की बहन-बेटियों के साथ हो रहे अत्याचारों को सरकार लगातार ढक रही है ।

Bihar: बसपा ने मुजफ्फरपुर में दलित बच्ची के साथ हुए रेप और हत्या के मामले में राज्य सरकार पर कड़ा हमला बोला है। पार्टी के प्रदेश प्रभारी अनिल कुमार ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार में गरीब, दलित, पिछड़ी और अति पिछड़ी जातियों की बहन-बेटियों के साथ हो रहे अत्याचारों को सरकार लगातार ढंकने का प्रयास कर रही है और उन्हें न्याय नहीं मिल रहा है। उन्होंने मुजफ्फरपुर के तत्कालीन एसपी पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनके अपराधियों से क्या संबंध हैं, जो दोषियों को बचाने का प्रयास कर रहे हैं। बसपा ने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की है और चेतावनी दी है कि अगर एक सप्ताह के भीतर उचित कार्रवाई नहीं की गई, तो पार्टी राज्य में बड़ा आंदोलन करेगी।

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बिहार में “जंगलराज”

मुजफ्फरपुर में दलित बच्ची के साथ हुए रेप और हत्या के मामले को लेकर बसपा ने राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं और इस घटना को बिहार में “जंगलराज” का उदाहरण बताया है। राज्यसभा सांसद रामजी गौतम ने कहा कि बसपा की टीम ने 17 अगस्त को पीड़ित परिवार से मुलाकात की थी और इस घटना के विरोध में एक शांतिपूर्ण मार्च निकाला था। हालांकि, इसके तुरंत बाद 18 अगस्त को प्रदेश अध्यक्ष और उनके पुत्र के खिलाफ झूठा एफआईआर दर्ज कर दिया गया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि सरकार अपराधियों को बचाने का प्रयास कर रही है। रामजी गौतम ने आरोप लगाया कि मामले से जुड़े तथ्यों को दबाने की कोशिश की जा रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी गलत तरीके से पेश की गई है ताकि दोषियों को बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि इस घटना से राज्य की कानून व्यवस्था और न्यायिक प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठते हैं।

बसपा राज्य में बड़ा आंदोलन करेगी

बसपा के प्रदेश अध्यक्ष शंकर महतो ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उनकी पार्टी दलित और पिछड़े वर्गों के अधिकारों और न्याय के लिए सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष करेगी। उन्होंने मांग की कि इस मामले में जिन निर्दोष लोगों को झूठे आरोपों में फंसाया गया है, उन्हें तुरंत दोषमुक्त किया जाए। इसके साथ ही, उन्होंने कहा कि जो लोग इस घटना के बाद डर के कारण पलायन कर चुके हैं, उन्हें सुरक्षित रूप से उनके घर वापस लाने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगर सरकार ने इस मामले में जल्द ही उचित कार्रवाई नहीं की, तो बसपा राज्यभर में बड़ा आंदोलन करेगी।

सरकार अपराधियों को बचाने का काम कर रही है

इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई प्रमुख बसपा नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे, जिनमें केंद्रीय प्रदेश प्रभारी लालजी मेघांकर, एडवोकेट सुरेश राव, प्रदेश उपाध्यक्ष सकलदेव दास और प्रदेश महासचिव संजय मंडल शामिल थे। उन्होंने सामूहिक रूप से राज्य सरकार की नीतियों और प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार जानबूझकर अपराधियों को बचाने का काम कर रही है और दलितों के खिलाफ हो रहे अत्याचारों पर पर्दा डालने की कोशिश कर रही है। बसपा नेताओं ने यह भी स्पष्ट किया कि अगर सरकार ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की और निर्दोषों को मुक्त नहीं किया, तो पार्टी राज्यव्यापी आंदोलन शुरू करेगी, जो तब तक जारी रहेगा जब तक पीड़ितों को न्याय नहीं मिल जाता।

ये था पूरा मामला

मुजफ्फरपुर, बिहार में दलित नाबालिग लड़की के साथ हुए रेप और हत्या का मामला एक दर्दनाक और गंभीर अपराध है। यह घटना तब घटी जब 14 साल की एक दलित बच्ची को पांच दबंगों ने उसके घर से जबरन उठाया और उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया। आरोप है कि मुख्य आरोपी संजय राय, जो पहले से शादीशुदा था, उस बच्ची पर शादी का दबाव डाल रहा था। जब बच्ची ने शादी से इनकार किया, तो वह और उसके साथी रात में घर आकर उसे उठा ले गए।

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बच्ची के प्राइवेट पार्ट पर चाकू से वार और स्तनों को काटा

इस भयावह घटना के बाद बच्ची की बेरहमी से हत्या कर दी गई। स्थानीय लोगों के अनुसार, बच्ची के प्राइवेट पार्ट और शरीर के अन्य हिस्सों पर चाकू से कई वार किए गए। उसके शव को तालाब के किनारे पाया गया, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई। परिजनों ने बताया कि बच्ची के प्राइवेट पार्ट को चाकू से गोदा गया था और उसके स्तनों को भी काटा गया था।

संजय राय समेत 6 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज

पीड़िता की मां ने इस मामले में मुख्य आरोपी संजय राय समेत 6 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है, जिसमें गैंगरेप और हत्या की आशंका जताई गई है। पुलिस ने मौके से खून से सनी खुरपी बरामद की है, और यह पुष्टि की है कि लड़की की हत्या खुरपी से हमले के कारण हुई थी। हालांकि, पुलिस ने प्राइवेट पार्ट और स्तन काटने की बात से इनकार किया है, लेकिन परिवार और स्थानीय लोगों ने इस जघन्य अपराध को लेकर न्याय की मांग की है।

समाज के सामने गंभीर सवाल खड़े

मुजफ्फरपुर में दलित नाबालिग के साथ हुए रेप और हत्या ने समाज के सामने गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस घटना ने महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा पर बड़ा सवालिया निशान डाला है। क्या समाज में महिलाएं और बच्चियां सुरक्षित हैं? महिलाओं के खिलाफ अत्याचार रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं, चाहे वह कोलकाता में डॉक्टर की निर्मम हत्या हो या मुजफ्फरपुर में नाबालिग के साथ गैंगरेप और मर्डर का मामला। इन घटनाओं के द्वारा दर्शाया गया हिंसात्मक दृष्टिकोण समाज की विकृत मानसिकता को उजागर करता है। निर्भया गैंगरेप मामले ने पूरे देश को हिला दिया था, और अब कोलकाता की ट्रेनी डॉक्टर के गैंगरेप और हत्या, साथ ही मुजफ्फरपुर की बच्ची के साथ हुए जघन्य अपराध ने एक बार फिर से समाज को झकझोर दिया है। इन घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा और अत्याचार की समस्या का समाधान करने के लिए सरकार को ठोस कदम उठाने होंगे

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