उल्लेखनीय है कि आगरा कभी बसपा का गढ़ हुआ करता था। मायावती इस अपने पुराने गढ़ से 2022 के चुनाव का आगाज करेंगी। बसपा की मुखिया मायावती की यह कोशिश होगी कि वह एक बार अपने फिर से पुराने किले को मजबूत करें।
बहुजन समाज पार्टी की मुखिया 2 फरवरी से अपने चुनावी अभियान की शुरुआत करने जा रही है। विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद से ही उनके समर्थक व कार्यकर्ता इस बात के इंतजार में थे की मायावती कब चुनाव प्रचार का आगाज करेगी। अब मायावती अपने चुनाव प्रचार का आगाज अपने पुराने गढ़ आगरा से करने जा रही है। बसपा महासचिव सतीशचंद्र मिश्रा ने ट्वीट कर मायावती की 2 तारीख को होने जा रही जनसभा की जानकारी दी। उन्होंने कहा की कोवीड प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए जनसभा आयोजित की जाएगी साथ ही जल्द ही जनसभा का स्थान व समय बता दिया जायेगा।
उत्तरप्रदेश की चार बार मुख्यमंत्री रहीं मायावती ने इस बार विधानसभा चुनाव के न तो अभी तक कोई जनसभा की न ही कोई चुनावी रैली। बांकी दल चुनाव तारीखों के ऐलान से पहले लगभग हर क्षेत्र में अपनी-अपनी उपलब्धियों के गुणगान कर चुके हैं। मायवाती इस दौरान खमोश रहीं। मायावती की निष्क्रियता को लेकर कई तरह के सवाल उठाए जा रहे थे।
चर्चा इसलिए भी थी क्योंकि भले ही मायावती जनसभा या रैली नहीं कर रहीं थीं, लेकिन हर दूसरे दिन किसी न किसी मुद्दे पर उनका ट्विट जरूर आता था। यूपी विधानसभा चुनाव में बसपा प्रमुख की यह पहली जनसभा होंगी। इससे पहले उन्होंने बीते साल लखनऊ में काशीराम परिनिर्माण दिवस पर कार्यकतार्ओं को सम्बोधित किया था।
उल्लेखनीय है कि आगरा कभी बसपा का गढ़ हुआ करता था। मायावती इस अपने पुराने गढ़ से 2022 के चुनाव का आगाज करेंगी। हालांकि यहां पर भारतीय जनता पार्टी ने बहुजन समाज पार्टी के वर्चस्व को काफी हद तक तोड़ा हुआ है। ऐसे में बसपा की मुखिया मायावती की यह कोशिश होगी कि वह एक बार अपने फिर से पुराने किले को मजबूत करें।
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