महिला सशक्तिकरण के मुद्दे पर भाजपा और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए बसपा अध्यक्ष मायावती ने बुधवार को देश में महिला सुरक्षा का मुद्दा उठाते हुए कहा कि, देश में महिला की आधी आबादी होने के बाद भी अपने ही अधिकारों से वंचित हैं उन्होंने भाजपा और कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि, कांग्रेस व भाजपा आदि की महिलाओं के सशक्तिकरण के प्रति लगभग एक जैसी ही धारणा हैं। मायावती का यह हमला उत्तर प्रदेश में अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले महिला मतदाताओं को लुभाने के लिए झूठे वादे कर रहे इन दोनों दलों के संयुक्त प्रयासों के बीच हुआ है।
1. देश में लगभग आधी आबादी महिलाओं की है किन्तु वे अभी भी काफी अधिकारों से वंचित हैं, जबकि उन्हें कानूनी अधिकार देकर सशक्त बनाने हेतु परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर का काफी योगदान रहा है और अब बीएसपी उन्हीं के नक्शेकदम पर चलने वाली पार्टी है।
— Mayawati (@Mayawati) December 22, 2021
बसपा प्रमुख ने ट्वीट करते हुए कहा कि,”देश में लगभग आधी आबादी महिलाओं की है किन्तु वे अभी भी काफी अधिकारों से वंचित हैं, जबकि उन्हें कानूनी अधिकार देकर सशक्त बनाने हेतु परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर का काफी योगदान रहा है और अब बीएसपी उन्हीं के नक्शेकदम पर चलने वाली पार्टी है।”
2. हाँलाकि कांग्रेस व भाजपा आदि की महिलाओं के सशक्तिकरण के प्रति लगभग एक जैसी ही धारणा है व इनका रवैया ज्यादातर दिखावटी ही होता है जबकि बीएसपी सरकार में महिलाओं की सामाजिक, आर्थिक व शैक्षणिक आत्मनिर्भरता हेतु काफी प्रयास किए, जिन्हीं को अब विरोधी पार्टियाँ भुना रहीं हैं।
— Mayawati (@Mayawati) December 22, 2021
उन्होंने भाजपा पर तंज करते हुए कहा कि, ” कांग्रेस व भाजपा आदि की महिलाओं के सशक्तिकरण के प्रति लगभग एक जैसी ही धारणा है व इनका रवैया ज्यादातर दिखावटी ही होता है जबकि बीएसपी सरकार में महिलाओं की सामाजिक, आर्थिक व शैक्षणिक आत्मनिर्भरता हेतु काफी प्रयास किए, जिन्हीं को अब विरोधी पार्टियाँ भुना रहीं हैं।” साथ ही, महिलाओं को सशक्त व आत्मनिर्भर बनाने में कांग्रेस की तरह भाजपा भी गंभीर नहीं है। लोकसभा व विधानसभाओं में उनके लिए 33 प्रतिशत आरक्षण का मामला वर्षों से लम्बित पड़ा होना इसका जीता-जागता प्रमाण है तथा इनका यह आरक्षण जरूर लागू होना चाहिए, बीएसपी की यह माँग है।
इससे पहले भी बसपा प्रमुख मायावती ने भाजपा पर जनता से झूठे वादे करने का करते हुए कहा कि “विधानसभा चुनाव की घोषणा से ठीक पहले” अधूरी परियोजनाओं का उद्घाटन करने से पार्टी को अपने मतदाता आधार का विस्तार करने में मदद नहीं मिलेगी।