हापुड़ में असदउद्दीन ओवैसी के काफिले के हमले को लेकर भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आज़ाद ने घटना की निंदा करते हुए योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस प्रदेश में मुख्यमंत्री खुलेआम भीड़ को उकसाती हो तो वहां के अंध भक्तों से क्या उम्मीद की जा सकती है। उन्होने यूपी के प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कहा कि ओवैसी जी पर हुए हमले ने यूपी के प्रशासन की लचर व्यवस्था की पोल खोल दी है।
भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आज़ाद ने ट्वीट किया कि “जिस प्रदेश में सीएम मंच से खुलेआम धमकी देकर भीड़ को उकसा रहे हों. वहां उनके अंध भक्तों से इससे ज्यादा और क्या उम्मीद की जा सकती है? AIMIM के राष्ट्रीय अध्यक्ष @asadowaisi जी पर हमला शासन-प्रशासन की लचर व्यवस्था की पोल खोलता है। हमारी संवेदनाएं ओवैसी जी के साथ है।”
जिस प्रदेश में सीएम मंच से खुलेआम धमकी देकर भीड़ को उकसा रहे हों. वहां उनके अंध भक्तों से इससे ज्यादा और क्या उम्मीद की जा सकती है? AIMIM के राष्ट्रीय अध्यक्ष @asadowaisi जी पर हमला शासन-प्रशासन की लचर व्यवस्था की पोल खोलता है। हमारी संवेदनाएं ओवैसी जी के साथ है।
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) February 3, 2022
बता दे कि ओवैसी पिलखुवा छिजारसी से चुनावी सभा को संबोधित कर लौट रहे थे तभी यह घटना हुए। टोल टैक्स के पास पहुंचते ही उनके काफिले पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू हो गई। बताया गया कि ओवैसी जिस कार में बैठे थे उस कार के टायर भी पंक्चर हो गए। ओवैसी ने मीडिया से कहा कि पिलखुआ में जब उनका काफिला पहुंचा तो तेज आवाज आई। तब ड्राइवर ने बताया कि हमला हुआ है। इसके बाद फिर तीन-चार बार गोली चलने की आवाज आई। उन्होंने कहा हमने गाड़ी तेजी से निकाली और इस दौरान हमारी गाड़ी के ड्राइवर ने हमलावर को टक्कर मारी जिसने लाल रंग की जैकट पहनी हुई थी।
कुछ देर पहले छिजारसी टोल गेट पर मेरी गाड़ी पर गोलियाँ चलाई गयी। 4 राउंड फ़ायर हुए। 3-4 लोग थे, सब के सब भाग गए और हथियार वहीं छोड़ गए। मेरी गाड़ी पंक्चर हो गयी, लेकिन मैं दूसरी गाड़ी में बैठ कर वहाँ से निकल गया। हम सब महफ़ूज़ हैं। अलहमदु’लिलाह। pic.twitter.com/Q55qJbYRih
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) February 3, 2022
असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर कहा कि “कुछ देर पहले छिजारसी टोल गेट पर मेरी गाड़ी पर गोलियाँ चलाई गयी। 4 राउंड फ़ायर हुए। 3-4 लोग थे, सब के सब भाग गए और हथियार वहीं छोड़ गए। मेरी गाड़ी पंक्चर हो गयी, लेकिन मैं दूसरी गाड़ी में बैठ कर वहाँ से निकल गया। हम सब महफ़ूज़ हैं। अलहमदु’लिलाह।”