विजयवाड़ा में तीन ठेका कर्मियों ने 23 वर्षीय दलित महिला से सामूहिक दुष्कर्म किया।
सरकारी सामान्य अस्पताल(जीजीएच) परिसर में मंगलवार की रात। पीड़िता मानसिक रूप से पीड़ित है और उसके माता-पिता ने बुधवार सुबह गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया जिससे पूरी घटना सामने आई।
नगर पुलिस आयुक्त कांति राणा टाटा के अनुसार महिला के लापता होने के बाद पीड़िता की मां ने पुलिस से संपर्क किया। पुलिस ने जांच के दौरान एक से पूछताछ की दारा श्रीकांत जिसके साथ महिला को आखिरी बार देखा गया था। श्रीकांत ने पुलिस को बताया कि उसने महिला को ऑटोरिक्शा में घर जाने के लिए कहा।
श्रीकांत के बयान पर शक होने पर पुलिस ने जांच तेज की तो पता चला कि उसने महिला का अपहरण कर दुष्कर्म किया। श्रीकांत ने महिला को जीजीएच में नौकरी का प्रस्ताव दिया और मंगलवार रात उसे वहां ले गया। उसने उससे शादी करने का वादा किया और पूरी रात उसका यौन शोषण किया। बाद में, वह उसे जीजीएच के सफाई कर्मचारियों के कमरे में छोड़ कर घर चला गया। बाद में सफाई कर्मी छन्नू बाबू राव और जे पवन कल्याण ने अस्पताल में नौकरी दिलाने और श्रीकांत से शादी का आश्वासन देकर महिला के साथ दुष्कर्म भी किया।
पूछताछ में श्रीकांत ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस बुधवार रात जीजीएच पहुंची तो देखा कि महिला सफाई कर्मियों के कमरे में रस्सी से बंधी है। राणा ने कहा कि मामला दर्ज कर लिया गया है और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस बीच, विपक्षी दलों और महिला संघों ने घटना के लिए जीजीएच अधिकारियों पर निशाना साधा।
*दलित टाइम्स उन करोड़ो लोगो की आवाज़ है जिन्हें हाशिए पर रखा गया है। *
महिला, दलित और आदिवासियों के मुद्दों पर केंद्रित पत्रकारिता करने और मुख्यधारा की मीडिया में इनका प्रतिनिधित्व करने के लिए हमें आर्थिक सहयोग करें।