गोरखपुर में लापता छात्रों के शव मिलने को लेकर सीएम योगी पर भड़के चंद्रशेखर आज़ाद कहा- जल्द आ रहा हूं गोरखपुर

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भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आज़ाद ने गोरखपुर में दो लापता छात्रों के शव मिलने के बाद मामले की निंदा करते हुए योगी सरकार पर बरस पड़े उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन इस पर ध्यान देती तो आज दोनों छात्र जिंदा होते। उन्होंने कहा दोनों छात्र 18 दिन से लापता थे अगर समय पर पुलिस इस पर मुकदमा न सही गुमशुदगी भी दर्ज करती तो यह घटना नहीं होती।

भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आज़ाद ने ट्वीट करते हुए कहा कि “गोरखपुर पलीपा गांव के रहने वाले गणेश जायसवाल और आकाश जायसवाल 18 दिन से लापता थे। पीड़ित परिवार पुलिस से तलाश के लिए अधिकारियों के यहाँ चक्कर लगाता रहा लेकिन मुकदमा तो छोड़िये गुमशुदगी भी दर्ज नही हुई। समय पर कार्यवाही होती तो शायद आज ये दोनों बच्चे जिंदा होते।”

दूसरे ट्वीट में आज़ाद ने सीएम योगी को टैग करते हुए कहा कि “क्या यही है कानून का राज योगी जी ? मैं यह सह नहीं सकता! मैं जल्द गोरखपुर आ रहा हूं! @myogiadityanath अपराधी गिरफ्तार कब होंगे, आखिर पुलिस ने इतनी लापरवाही क्यों की। गरीबो की जान आपकी पुलिस की नजर में इतनी सस्ती क्यों है। इन सब का जवाब देना पड़ेगा। अब न्याय गोरखपुर की जनता करेगी!”

क्या हैं मामला-

गोरखपुर में झंगहा इलाके के नई बाजार चौकी के नौआबारी पलीपा गांव निवासी 17 वर्षीय गणेश जायसवाल और 16 वर्षीय आकाश जायसवाल सात जनवरी को शाम में घर से निकले थे और तभी से लापता हो गए थे। एक हफ्ते पहले घरवालों ने नई बाजार चौकी इंचार्ज अभय पांडेय को उनके गायब होने की सूचना दी थी पर पुलिस ने मामले पर खासा ध्यान नहीं दिया।

मृतकों के परिजनों ने बताया कि मंगलवार दोपहर कुछ जानवरों ने गड्ढे में जहां लाश दफन थी वहां की जमीन खोद दी थी। जब आस पास में बदबू आने पर राहगीर वहां पहुंचे तो शव देखकर चौक गए और झंगहा पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद एसपी नार्थ मनोज अवस्थी, सीओ चौरीचौरा आख़िलानन्द उपाध्याय फोरेंसिक टीम के साथ आनन फानन में मौके पर पहुंचे और जमीन खोद कर शवों को बाहर निकलवाया गया। गांव के प्रधान शिव कुमार पासवान का कहना है कि दोनों युवको के शव के हाथ रस्सी से बंधे हुए थे और सिर पर चोट के निशान भी थे।

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