“केजरीवाल ने सिर्फ सपने दिखाए, जनता से बोले सफेद झूठ”: संदीप दीक्षित

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कांग्रेस प्रत्याशी संदीप दीक्षित ने अरविंद केजरीवाल पर सफेद झूठ बोलने और जनता को सपने दिखाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने सफाई कर्मचारियों और विकास के वादों को पूरा नहीं किया, जबकि शीला दीक्षित के समय शुरू हुई योजनाओं को भी ठप कर दिया। महंगाई के मुद्दे पर भी केजरीवाल सरकार को विफल बताते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा दलितों और गरीबों के हक के लिए काम किया है।

नई दिल्ली विधानसभा सीट पर कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी संदीप दीक्षित ने हाल ही में नामांकन भरा और इस मौके पर उन्होंने अरविंद केजरीवाल सरकार को जमकर आलोचना की। उनका कहना था कि केजरीवाल सरकार ने दिल्ली की जनता से केवल सपने दिखाए और उन्हें निराश किया। संदीप दीक्षित ने केजरीवाल के कथित सफेद झूठों और दिल्ली की स्थिति पर गहरी चिंता जताई, जिससे उनके चुनाव प्रचार को एक नई दिशा मिली।

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केजरीवाल का दावा और हकीकत में भेद

संदीप दीक्षित ने कहा कि अरविंद केजरीवाल जब दिल्ली में सत्ता में आए थे, तब उन्होंने सफाई कर्मचारियों के लिए नियमितकरण की बात की थी। उन्होंने दावा किया था कि सफाई कर्मचारियों के लिए कई योजनाएं बनेंगी और उन्हें सरकारी आवास भी दिए जाएंगे। हालांकि, यह सब केवल झूठे वादे थे, क्योंकि न तो सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति में कोई वृद्धि हुई और न ही उन्हें सरकारी आवास मिले। दीक्षित के मुताबिक, यह वही समय था जब दिल्ली में पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित द्वारा कई योजनाएं पहले से चल रही थीं, लेकिन केजरीवाल ने कोई नई पहल नहीं की।

केजरीवाल सरकार के विकास पर सवालिया निशान

संदीप दीक्षित ने यह भी कहा कि दिल्ली के विकास में पिछले 10 सालों में कोई बड़ा परिवर्तन नहीं आया। नई दिल्ली क्षेत्र में विकास का कोई ठोस कार्य नहीं हुआ और जनता को सिर्फ बड़े-बड़े वादे और सपने दिखाए गए। उन्होंने इसे “सिर्फ सपना दिखाना” करार दिया और कहा कि उनके पिता शीला दीक्षित के शासन में किए गए विकास कार्यों को ही आगे बढ़ाने की कोशिश की जाती रही, लेकिन केजरीवाल सरकार ने इसमें कोई नई दिशा नहीं दी। कांग्रेस का यह आरोप है कि दिल्ली की जनता को केवल दिखावा किया गया, असल में कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए।

महंगाई और जनता की मुश्किलें: केजरीवाल सरकार की विफलता

संदीप दीक्षित ने केजरीवाल सरकार पर महंगाई के मुद्दे पर भी हमला बोला। उनका कहना था कि जबकि केंद्र सरकार पर महंगाई के लिए आरोप लगाना आसान है, लेकिन दिल्ली सरकार ने इसके समाधान के लिए क्या किया? उनका सवाल था कि जब महंगाई बढ़ी तो दिल्ली सरकार ने जनता को राहत देने के लिए क्या कदम उठाए? उनके अनुसार, केजरीवाल सरकार ने इस मुद्दे पर कोई कारगर पहल नहीं की और केवल जनता की मुश्किलों को नजरअंदाज किया।

कांग्रेस का दृष्टिकोण: जनता और दलित समुदाय के हक की लड़ाई

कांग्रेस पार्टी ने हमेशा दिल्ली की दलित और गरीब जनता के हक के लिए संघर्ष किया है। संदीप दीक्षित ने कहा कि कांग्रेस के शासन में गरीबों, दलितों और अन्य वंचित वर्गों के लिए कई योजनाएं बनाई गई थीं, जिनका उद्देश्य उनकी जीवनशैली को बेहतर बनाना था। शीला दीक्षित के नेतृत्व में दिल्ली सरकार ने कई सामाजिक योजनाएं चलाईं, जो आज भी दिल्ली की जनता के लिए फायदेमंद हैं। इन योजनाओं में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और आवास जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर काम किया गया।

कांग्रेस का विजन: वास्तविक विकास और जनता के लिए काम

संदीप दीक्षित ने कांग्रेस का दृष्टिकोण स्पष्ट करते हुए कहा कि उनका उद्देश्य सिर्फ वादे नहीं बल्कि वास्तविक विकास करना है। कांग्रेस की योजनाएं हर वर्ग के लिए समर्पित हैं, खासकर दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्गों के लिए। कांग्रेस का दावा है कि वह सिर्फ वादे नहीं करते, बल्कि उन वादों को पूरा करने के लिए ठोस प्रयास करते हैं। उनका मानना है कि जब तक सरकारें अपनी जिम्मेदारी नहीं निभातीं, तब तक जनता का भला नहीं हो सकता।

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आखिरकार, जनता का हक

संदीप दीक्षित ने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी जनता के साथ है, चाहे वह महंगाई का सवाल हो या फिर गरीबों और दलितों के अधिकारों का। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस की सरकार हमेशा जनता के पक्ष में खड़ी होगी और उनके अधिकारों की रक्षा करेगी। उनका मानना है कि सिर्फ केजरीवाल या भाजपा जैसी पार्टियों की नीतियों से देश या दिल्ली का भला नहीं होने वाला, बल्कि ऐसी सरकारों के विकल्प के रूप में कांग्रेस की सरकार का आना जरूरी है।

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