मुजफ्फरनगर के दलित शिक्षक की अपहरण के बाद डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। हत्या के पीछे उनके रिश्तेदार अमित का एकतरफा प्यार कारण था, जो उस युवती को पसंद करता था, जिससे योगेश की सगाई होने वाली थी। पुलिस ने एक आरोपी परमजीत को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अमित फरार है। घटना ने समाज को रिश्तों में उपजे तनाव और ईर्ष्या के खतरनाक परिणामों की चेतावनी दी है।
UP: मुजफ्फरनगर जिले के चरथावल क्षेत्र में दलित समुदाय से ताल्लुक रखने वाले 48 वर्षीय शिक्षक योगेश कुमार की हत्या की घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। बरला इंटर कॉलेज में हिंदी शिक्षक के रूप में अपनी ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा के लिए पहचाने जाने वाले योगेश का जीवन एक दर्दनाक अंत तक पहुंचा। शिक्षक का शव रसूलपुर गांव के जंगल में एक नाले से बरामद किया गया, जहां उसे बेरहमी से डंडों से पीट-पीटकर मार डाला गया। यह जघन्य घटना अपहरण और एकतरफा प्यार के चलते हुई, जिसने समाज में रिश्तों की पवित्रता और आपसी समझ को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है।
अपहरण और हत्या की साजिश: रिश्तों की कड़वाहट बनी काल
शिक्षक योगेश कुमार के अपहरण की शिकायत उनकी बहन सिमलेश ने दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि रसूलपुर निवासी परमजीत और अमित पहले भी उनके भाई को धमकी दे चुके थे। सोमवार रात दर्ज हुई इस शिकायत ने कुछ ही घंटों में एक भयानक सच्चाई को उजागर कर दिया। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी परमजीत को सैदपुरा शनि देव मंदिर के पास से गिरफ्तार किया और उसकी निशानदेही पर शिक्षक का शव बरामद किया। हत्या के पीछे की वजह थी वह युवती, जिससे योगेश की 8 दिसंबर को सगाई होने वाली थी। इस युवती को अमित एकतरफा प्यार करता था और योगेश के साथ उसकी बातचीत से जलन के कारण उसने यह खौफनाक कदम उठाया।
हत्या की खौफनाक प्रक्रिया: अपहरण, पिटाई और मौत
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि हत्या के दिन परमजीत और अमित ने मिलकर योगेश को उनकी कार में अपहरण किया। इसके बाद उन्हें जंगल ले जाकर डंडों से पीटा गया और रस्सी से गला घोंटकर उनकी हत्या कर दी गई। हत्या के बाद शव को नाले में फेंक दिया गया। घटना स्थल से पुलिस ने कार, हत्या में इस्तेमाल किए गए दो डंडे और एक रस्सी बरामद की है। गिरफ्तारी के बाद परमजीत ने स्वीकार किया कि अमित ने युवती के साथ शिक्षक की बढ़ती नजदीकियों को लेकर साजिश रची थी।
परिवार में कलह और सामाजिक असमानता का पहलू
आरोपी परमजीत, जो शिक्षक का खानदानी भाई था, कुछ साल पहले अटाली गांव से रसूलपुर जाकर बस गया था। दोनों परिवारों के बीच पहले से ही रिश्ते तनावपूर्ण थे, जो इस घटना के पीछे की एक और वजह हो सकती है। हालांकि मुख्य कारण अमित का एकतरफा प्यार और ईर्ष्या था।
गिरफ्तारी और फरार आरोपी की तलाश जारी
पुलिस ने परमजीत को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन मुख्य आरोपी अमित अभी भी फरार है। पुलिस उसे जल्द पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है। सीओ बुढ़ाना गजेंद्र पाल सिंह ने कहा कि इस घटना ने समाज में प्रेम और विश्वास जैसे शब्दों की परिभाषा को झकझोर कर रख दिया है।
समाज और कानून व्यवस्था के लिए संदेश
इस हत्या ने न केवल एक निर्दोष शिक्षक की जान ली, बल्कि समाज को एक चेतावनी दी है कि प्यार, ईर्ष्या और रिश्तों में उपजे तनाव किस हद तक विनाशकारी हो सकते हैं। इस घटना से यह भी स्पष्ट होता है कि कानून-व्यवस्था को मजबूत करना और समाज में जागरूकता फैलाना कितना जरूरी है, ताकि ऐसी त्रासदियों को रोका जा सके।
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