Haryana Election 2024: आकाश आनंद का चुनावी दौरा हुआ शुरू! हर दिन दो चौपाल, बुआ-भतीजे की जोड़ी झोंकेगी ताकत

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आकाश आनंद ने 18 सितंबर से एक महत्त्वपूर्ण चुनावी दौरे की शुरुआत की, जिसमें उन्होंने हरियाणा के विभिन्न क्षेत्रों में जनसभाओं और चौपाल कार्यक्रमों का आयोजन किया। वे हर दिन दो-दो चौपालों का आयोजन करेंगे। इन चौपालों का उद्देश्य सीधे जनता से संवाद करना है।

Haryana Election: हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के लिए राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इस बार की चुनावी लड़ाई में बसपा ने अपनी ताकत दिखाने की तैयारी शुरू कर दी है। बसपा के नेशनल कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद ने 18 सितंबर से एक महत्त्वपूर्ण चुनावी दौरे की शुरुआत की, जिसमें उन्होंने हरियाणा के विभिन्न क्षेत्रों में जनसभाओं और चौपाल कार्यक्रमों का आयोजन किया। उनका यह दौरा खास तौर पर चौपाल कार्यक्रमों पर केंद्रित होगा, जिसमें वे हर दिन दो-दो चौपालों का आयोजन करेंगे। इन चौपालों का उद्देश्य खेतों, बागों, और गांवों के चबूतरों पर जाकर सीधे जनता से संवाद करना है। इस रणनीति के तहत, वे विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में चुनावी माहौल को गर्म करने और स्थानीय समस्याओं को समझने के प्रयास में जुटे हैं।

आकाश आनंद ने जगाधरी में पहली चौपाल आयोजित की

पहले दिन, 18 सितंबर को, आकाश आनंद ने जगाधरी में अपनी पहली चौपाल आयोजित की। जहां उन्होंने कांग्रेस को घेरा है । इसके बाद 19 सितंबर को सढ़ौरा और रादौर विधानसभा क्षेत्रों में चौपालें लगाईं जाएंगी, जिनमें वे स्थानीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे और जनता की समस्याओं को सुनेंगे। 20 सितंबर को असंध और इंद्री में चौपालें आयोजित की जाएंगी, और 21 सितंबर को कलायत और रादौर में चौपालों का आयोजन होगा। 22 सितंबर को अटेली और सोहना में चौपालें लगाई जाएंगी, जिनमें वे क्षेत्रीय मुद्दों पर बातचीत करेंगे। 23 सितंबर को सोहना में पूरी दिन की चौपाल का आयोजन होगा, जो महत्वपूर्ण स्थानीय समस्याओं को उजागर करने के लिए आयोजित की जाएगी। इसके बाद 28 सितंबर को फिर से सढ़ौरा और रादौर में चौपालें आयोजित की जाएंगी, ताकि मतदाताओं से पुनः संपर्क किया जा सके। 2 अक्टूबर को अटेली में और 3 अक्टूबर को नारनौद में चौपालें लगाई जाएंगी, जिनमें दिन भर के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इन चौपालों के माध्यम से आकाश आनंद न केवल चुनावी प्रचार में सक्रिय भूमिका निभाएंगे, बल्कि वे जनता की समस्याओं को सीधे सुनने और समझने का भी प्रयास करेंगे।

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मायावती हरियाणा की चुनावी लड़ाई में पूरी ताकत से उतर रही हैं

बसपा प्रमुख मायावती भी इस बार हरियाणा की चुनावी लड़ाई में पूरी ताकत से उतर रही हैं। 25 सितंबर को वे जींद जिले के उचाना में एक बड़ी जनसभा को संबोधित करेंगी। इसके बाद 27 सितंबर को वे फरीदाबाद जिले के पृथला में जनसभा करेंगी, और 30 सितंबर को करनाल जिले के असंध में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगी। उनका अंतिम प्रचार कार्यक्रम 1 अक्टूबर को जगाधरी में होगा। मायावती के इन कार्यक्रमों का उद्देश्य हरियाणा की जनता को बसपा के लिए समर्थन जुटाने की दिशा में प्रेरित करना है।

चौपालों और जनसभाओं का संयोजन

हरियाणा में बसपा की इस चुनावी रणनीति के माध्यम से पार्टी ने अपने अभियान को और भी प्रभावी बनाने की योजना बनाई है। चौपालों और जनसभाओं के संयोजन के जरिए, पार्टी न केवल चुनावी प्रचार को तीव्र गति देने का प्रयास कर रही है, बल्कि वह स्थानीय मुद्दों को भी प्राथमिकता दे रही है। इस प्रकार, बसपा हरियाणा विधानसभा चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंकने और मतदाताओं को आकर्षित करने की कोशिश में लगी हुई है।

बसपा का ये चुनावी अभियान दिखाता है:

हरियाणा की राजनीति में इस बार एक नई ताकत के रूप में आजाद समाज पार्टी ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। आजाद समाज पार्टी ने जननायक जनता पार्टी के साथ गठबंधन कर लिया है

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इस बार की चुनावी लड़ाई में कई निर्दलीय और छोटे दल भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, जिससे चुनावी परिदृश्य और भी रोचक हो गया है। हरियाणा की राजनीति में इस बार की जंग को लेकर सभी दलों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिल रही है। बसपा का यह चुनावी अभियान दिखाता है कि पार्टी हरियाणा की जनता को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए पूरी तरह से तैयार है और चुनावी दंगल में अपनी ताकत दिखाने का कोई मौका नहीं छोड़ने वाली है।

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