Mirzapur news : यूपी के मिर्जापुर से एक दिल दहला देने वाली ख़बर सामने आई है, जहां 5 साल की दलित बच्ची के साथ हैवानियत की सारे हदें पार कर दी गयीं। जानकारी के मुताबिक मिर्जापुर जिले के थाना अदलहाट क्षेत्र के गांव में मासूम बच्ची को गांव में घुमाने के बहाने एक युवक अपने साथ ले गया। बच्ची को ईंट-भट्ठे वाली सुनसान जगह पर ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया गया। यही नहीं जब बच्ची बेहोश हो गयी तो ये कहते हुए बच्ची को उसके माँ बाप को सौंप दिया कि “वह सो रही है” और आरोपी खुद मौके से फ़रार हो गया।
पुलिस के मुताबिक सोमवार, 11 मार्च 2024 को थाना अदलहाट क्षेत्रांतर्गत एक नाबालिग के साथ पड़ोस के रहने वाले एक युवक द्वारा दुष्कर्म की सूचना पर पुलिस अधिकारी, फॉरेंसिक टीम व थाना अदलहाट पुलिस द्वारा तत्काल मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया गया तथा तहरीर प्राप्त कर थाना अदलहाट पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर त्वरित कार्यवाही करते हुए घटना से सम्बन्धित सजातीय आरोपी युवक को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने मेडिकल के लिए भेजा
बेहोश बच्ची को देखकर उसके साथ हुई हैवानियत को माँ-बाप भांप गए और तुरंत घटना की सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने बेहोशी की हालत में बच्ची को मेडिकल जांच और इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया। वहीं एडिशनल एसपी ने पीड़ित मां की तहरीर पर नामज़द के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
जांच में जुटी पुलिस
परिजनों की सूचना पर थाना प्रभारी निरीक्षक रविंद्र भूषण मौर्य, सीओ चुनार अशोक सिंह ने अफसरों को इसकी सूचना दी। जानकारी मिलते ही घटनास्थल पर एडिशनल एसपी नक्सल ओपी सिंह परिजनों से जानकारी जुटाने पहुंचे। एडिशनल एसपी नक्सल ओपी सिंह ने बताया कि मामले में दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
कुछ दिन पहले बहराइच में सामने आया था ऐसा ही मामला
कुछ दिन पहले उत्तर प्रदेश के बहराइच में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था, जहां 5 साल की दलित बच्ची के साथ दुष्कर्म की वारदात सामने आई थी। 3 मार्च को बहराइच पुलिस ने 18 साल के मुस्लिम युवक को मामले में गिरफ्तार किया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दुकान से अपनी चचेरी बहन के साथ घर जा रही 5 साल की दलित बच्ची को अपराधी ने उसकी बहन से ज़बरदस्ती छीन लिया और उसके साथ हैवानियत को अंजाम दिया। मासूम दलित बच्ची को बेहतर इलाज के लिए लखनऊ भेज दिया गया था। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में बीते 15 दिनों में ये दो ऐसे मामले सामने आए हैं, जो ना केवल इंसानियत को शर्मसार कर रही है बल्कि उत्तर प्रदेश में नारी सुरक्षा और विशेष कर बच्चियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं।