कौन है बाबा बालकनाथ? जानिए वायरल वीडियो और पुलिस कार्रवाई का पूरा मामला

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बाबा बालकनाथ ने कथित तौर पर दलित लड़की को मिठाई में नशीला पदार्थ मिलाकर खिलाया और उसके साथ बार-बार किया बलात्कार,यह घटना राजस्थान के सीकर की है |

राजस्थान के सीकर जिले में स्थित लक्ष्मणगढ़ के क्षेत्रपाल मंदिर से जुड़े बाबा बालकनाथ का एक शर्मनाक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है, जिसमें बाबा एक महिला के साथ आपत्तिजनक हरकतें करते नजर आ रहे हैं। इस वीडियो के सामने आने के बाद पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। भगवा वस्त्र धारण किए हुए बाबा की इस करतूत ने न केवल उनके अनुयायियों को झकझोर दिया, बल्कि समाज में धर्म के नाम पर फैले पाखंड को भी उजागर कर दिया। वीडियो में बाबा को एक गाड़ी में एक महिला के साथ छेड़खानी करते हुए देखा गया है, जिससे यह मामला और भी गंभीर हो गया है।

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महिला ने लगाया संगीन आरोप: ब्लैकमेलिंग और छेड़खानी

महिला का आरोप है कि वह मंदिर में दर्शन करने गई थी, जहां बाबा के ड्राइवर ने उसे प्रसाद दिया और कहा कि इससे उसके सभी कष्ट दूर हो जाएंगे। इसके बाद महिला और बाबा बालकनाथ के बीच पहली मुलाकात हुई थी। कुछ दिनों बाद, जब महिला दोबारा मंदिर गई, तो बाबा ने उसे घर तक छोड़ने का प्रस्ताव रखा। महिला ने बाबा के इस प्रस्ताव को ठुकराया नहीं और गाड़ी में बैठ गई। यात्रा के दौरान बाबा ने महिला को पेड़ा खाने के लिए दिया, जिसके बाद महिला बेहोश हो गई। महिला का आरोप है कि बाबा ने इस दौरान न सिर्फ उसके साथ छेड़खानी की, बल्कि इस पूरी घटना का वीडियो भी रिकॉर्ड कर लिया।

इसके बाद बाबा और उसके ड्राइवर ने इस वीडियो के जरिये महिला को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। बाबा ने धमकी दी कि अगर उसने किसी से कुछ भी कहा, तो वह इस वीडियो को वायरल कर देगा। डरी-सहमी महिला काफी समय तक बाबा की धमकियों का शिकार होती रही, लेकिन आखिरकार हिम्मत जुटाकर उसने पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाई।

पुलिस की कार्रवाई और बाबा की सफाई

महिला की शिकायत पर पुलिस ने बाबा बालकनाथ और उसके सहयोगियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि इस मामले की जांच की जा रही है और जल्द ही दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। महिला ने बाबा के साथ-साथ ड्राइवर पर भी रेप और ब्लैकमेलिंग के आरोप लगाए हैं। इस घटना के बाद बाबा बालकनाथ की ओर से भी बयान आया है, जिसमें उन्होंने इन सभी आरोपों को निराधार बताया और कहा कि उन्हें बदनाम करने की साजिश रची जा रही है। बाबा के समर्थकों का भी कहना है कि यह वीडियो फर्जी है और इसे जानबूझकर वायरल किया गया है ताकि बाबा की छवि को धूमिल किया जा सके।

तंत्र-मंत्र और धर्म के नाम पर फैला पाखंड

बाबा बालकनाथ खुद को तंत्र-मंत्र का ज्ञानी बताते हैं और दावा करते हैं कि वह लोगों के जीवन में सुख-शांति ला सकते हैं। इस तरह के दावों के जरिए उन्होंने कई भोले-भाले लोगों को अपने चंगुल में फंसा रखा है। महिला ने भी इसी विश्वास में आकर बाबा से संपर्क किया था, लेकिन उसकी अंधभक्ति ने उसे एक घिनौने जाल में फंसा दिया। तंत्र-मंत्र और धर्म के नाम पर लोगों को ठगने का यह मामला कोई नया नहीं है, लेकिन बाबा बालकनाथ का यह मामला इसलिए और गंभीर है क्योंकि इसमें महिला के साथ ब्लैकमेलिंग और छेड़खानी जैसी संगीन आरोप जुड़े हैं।

समाज में धार्मिक बाबाओं की बढ़ती शक्ति और अंधविश्वास

यह घटना एक बार फिर से इस सवाल को जन्म देती है कि आखिर कब तक हमारे समाज में धर्म के नाम पर इस तरह के पाखंडी बाबाओं का राज चलेगा? लोग अपनी समस्याओं का समाधान पाने के लिए ऐसे बाबाओं के पास जाते हैं, लेकिन बदले में उन्हें शोषण और अपमान झेलना पड़ता है। बाबा बालकनाथ का यह मामला हमारे समाज की उस कड़वी सच्चाई को दर्शाता है, जहां धार्मिक बाबाओं की आड़ में महिलाओं का शोषण और अंधविश्वास का खेल जारी है।

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धार्मिक पाखंडियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरूरत

बाबा बालकनाथ के खिलाफ इस तरह के गंभीर आरोप लगने के बाद अब यह जरूरी है कि प्रशासन ऐसे पाखंडियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे। महिलाओं की सुरक्षा और उनके अधिकारों की रक्षा करना समाज की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। इस मामले में भी पुलिस को सख्ती से जांच करनी चाहिए और दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलानी चाहिए, ताकि आगे से कोई और महिला इस तरह के शोषण का शिकार न हो। धार्मिक बाबाओं के नाम पर हो रहे इस तरह के कुकृत्य हमारे समाज को कलंकित करते हैं और इन पर रोक लगाना अत्यंत आवश्यक है।

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