दलितों के खिलाफ अपराध की घटनाएं एक गंभीर समस्या बन गई हैं। रोजाना दलितों के साथ होने वाले अपराध सामने आ रहें है। जिसमें शारीरिक हिंसा, हत्या, बलात्कार, और संपत्ति की हानि जैसी घटनाएं शामिल हैं। हाल ही में कानपुर में एक दलित महिला ने चौकी इंचार्ज और दो दरोगा पर बेटे को जूते से पानी पिलाने का आरोप लगाया है…
भारत में दलितों के खिलाफ अपराध की घटनाएं एक गंभीर सामाजिक और कानूनी समस्या बन गई हैं। रोजाना दलितों के साथ होने वाले अपराध सामने आ रहें है। जिसमें शारीरिक हिंसा, हत्या, बलात्कार, और संपत्ति की हानि जैसी घटनाएं शामिल हैं। जैसे अभी हाल ही में, उत्तर प्रदेश के बदलापुर और अन्य जगहों पर दलित बच्चियों के साथ रेप की घटनाएं सामने आई थीं। इन घटनाओं ने समाज में गहरा शोक और चिंता उत्पन्न की है। वहीं दूसरी ओर अब उत्तर प्रदेश के कानपुर से भी एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है।
दलित महिला की शिकायत पर कमिश्नर हैरान
उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक गंभीर मामला सामने आया है। यहां कल्याणपुर निवासी एक दलित महिला ने पुलिस कमिश्नर को शिकायती पत्र सौंपा है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि कल्याणपुर थानाध्यक्ष, नवशील धाम चौकी इंचार्ज और दो दरोगाओं ने उनके बेटे को रातभर बेरहमी से पीटा और जूते में पानी पिलाया। इस आरोप की गंभीरता को देखते हुए, एसीपी कल्याणपुर ने मामले की जांच अपने हाथ में ली है। यह मामला पुलिस की कार्रवाई और मानवाधिकारों के उल्लंघन को लेकर गंभीर सवाल उठाता है।
ये था मामला :
मिली सूचना के अनुसार, महिला ने बताया उनका बेटा और एक पड़ोसी युवक, जो ई-रिक्शा चालक है, 17 अगस्त को सवारी बैठाने को लेकर कहासुनी के बाद आपस में भिड़ गए थे। इसके बाद बेटा शिकायत लेकर नवशील धाम चौकी पहुंचा। वहां, उसी पड़ोसी युवक ने भी आकर रिपोर्ट दर्ज कराई।
चौकी में महिला से अभद्रता
महिला के अनुसार, दोनों युवकों के बीच समझौता हो गया था, लेकिन चौकी के पीछे चौकी इंचार्ज और दो दरोगा शराब पी रहे थे। जब बेटे ने समझौते की बात की, तो तीनों ने जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए उसे पीटना शुरू कर दिया। महिला का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने उनसे कहा कि पुलिस के पास आए हो तो 10 हजार रुपये लाओ। इसके अलावा, जब महिला चौकी पहुंची, तो वहां भी उसके साथ अभद्रता की गई।
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गाली गलौज और पीटने का लगाया आरोप
महिला के अनुसार, रात डेढ़ बजे आरोपी पुलिसकर्मी उनके बेटे और पड़ोसी युवक को कल्याणपुर थाने ले गए। वहां, थानाध्यक्ष ने थाने के पीछे जाकर गाली-गलौज करते हुए दोनों को पीटा और बेटे को जूते में पानी पिलाया। पुलिस ने इस दौरान दोनों युवकों का वीडियो भी बनाया और दावा किया कि उनकी चोटें आपसी मारपीट में लगी हैं। इसके बाद, अगले दिन उन्हें 151 के तहत चालान कर छोड़ दिया गया।
पुलिस ने क्या कहा :
रिपोर्ट के अनुसार, एसीपी कल्याणपुर अभिषेक पाण्डेय ने कहा है कि उन्होंने एक शिकायत प्राप्त की है और वे स्वयं इसकी जांच कर रहे हैं। इस मामले में पुलिस कर्मियों और पीड़ित पक्ष को बुलाकर उनके बयान दर्ज किए जाएंगे। दोषी पाए जाने पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
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कब तक दलितों पर होगा अत्याचार ?
दलित समुदाय के खिलाफ अपराधों की घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है, जिनमें शारीरिक हिंसा, हत्या, बलात्कार, और संपत्ति की हानि जैसी गंभीर घटनाएं शामिल हैं। कभी उत्तर प्रदेश तो कभी बदलापुर और अन्य स्थानों पर दलित बच्चियों के साथ बलात्कार की घटनाएं चिंताजनक रही हैं, जिन्होंने समाज में गहरी चिंता और शोक उत्पन्न किया है।
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